बाढ़ त्रासदी से हजारों ग्रामीण परेशान, सरकारी सुविधाएं नदारद
पूर्वी चंपारण के केसरिया प्रखंड क्षेत्र में ढेकहा गाँव में दर्जनों घर मे पानी घुसा लोगो मे बाढ़ को लेकर त्राहिमाम मचा है। मवेशी का चारा काटने से लेकर चापाकल आदि पानी मे डूब चुका है। वही नाव के सहारे गाँव के भीतर आवगमन हो रहा है ।
दूसरी तरफ तरफ केसरिया अंचल प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के ढ़ेकहां गांव में पॉलिथीन का वितरण कराया गया है। जबकि उसी गांव के दर्जनों बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों ने बताया की हमलोगों को अभी तक प्रसाशन के द्वारा कुछ भी मुहैया नहीं कराई गई है और ये हर वर्ष बाढ़ के समय देखने को मिलता है, जब प्रशासन की तरफ से कुछ न कुछ कमी रह ही जाता है, जिसका नुकसान लोगों को उठाना पड़ता है।
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बाढ़ से प्रभावित ग्रामीणों ने पुर्व के बाढ़ में भी अंचल प्रसाशन द्वारा कुछ नहीं मिलने का आरोप लगाया है।इस संदर्भ में स्थानीय मुखिया अजीत कुमार सिंह ने बताया कि गांव में बाढ़ के कारण त्राहिमाम है। लोग उंचे जगहों पर पलायन कर रहे हैं। सभी का अनाज पानी व खेत खलिहान में लगे फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। जिसके कारण सभी का माली हालत बद से बत्तर हो गया है।
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इस अवसर पर अंचल प्रशासन ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाया है। अंचल प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों को सिर्फ पॉलिथीन मुहैया कराई गयी है, जो उंट के मुंह में जीरा का फोरन साबित हुआ। वहीं उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में लाईटींग की बहुत कमी है। डॉक्टरों की गैरमौजूदगी भी बीमारियों को मुखर कर रही है। अंचल प्रशासन का एक भी कर्मचारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नहीं रहता है। कम्युनिटी किचन तक की कोई व्यवस्था नहीं है।