इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स यूनियन ने डा. नम्रता आनंद को किया सम्मानित
सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये डा. नम्रता आनंद सम्मानित
पटना: इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स यूनियन ने समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये राजकीय-राष्ट्रीय सम्मान से अंलकृत समाजसेविका डा. नम्रता आनंद को सम्मानित किया। इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स यूनियन (IHRU) ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले लोगों को सम्मानित किया है। सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिये डा. नम्रता आनंद को सम्मानित किया गया। डा. नम्रता आनंद को यह सम्मान राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त प्राध्यापिका एवं दूरदर्शन की उदघोषिका शगुफ्ता यास्मीन और इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स यूनियन के संस्थापक संदीप स्नेह ने दिया। डा. नम्रता आनंद ने यह सम्मान दिये जाने पर खुशी जाहिर की और इसके लिये इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स यूनियन के संस्थपिक संदीप स्नेह का शुक्रिया अदा किया है।
गौरतलब है कि डा. नम्रता आनंद सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका और जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष हैं। डा. नम्रता आनंद शिक्षा- महिला सक्तीकरण और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।डा. नम्रता आनंद को केन्द्रीय चयन समिति ने वर्ष 2004 में राष्ट्रीय विकास और सामाजिक सेवा में किये गये उत्कृष्ठ कार्य के लिये राष्ट्रीय यूथ अवार्ड सम्मान से सम्मानित किया गया।वर्ष 2008 में डा. नम्रता आनंद ने दीदीजी फाउंडेशन की नीवं रखी जिसके बैनर तले उन्होंने जल जीवन हरियाली, बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओ, पर्यावरण, स्वच्छता, तंबाकू विरोधी अभियान, साक्षरता, रक्तदान, पल्स पोलिया प्रतिरक्षण ,कोरोना जागरूकता, महिला सशक्तीकरण , विकलांग लोगों के पुर्नवास समेत कई सामाजिक कार्य किये जिसके लिये उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली।
वर्ष 2019 में डा. नम्रता आनंद को माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की सर्वश्रेष्ठ 20 शिक्षकों में सम्मानित किया।डा. नम्रता आनंद पर्यावरण संरक्षण की मुहिम से भी जुड़ी हुयी है। सामाजिक संगठन रोटरी क्लब में भी डा: नम्रता आनंद सक्रिय भूमिका निभाती रही हैं।वर्ष 2021 में डा. नम्रता आनंद ने कुरथौल के फुलझड़ी गार्डेन में संस्कारशाला की स्थापना की। संस्कारशाला के माध्यम से गरीब और स्लम एरिया के बच्चों का नि.शुल्क शिक्षा, संगीत, सिलाई-बुनाई और डांस का प्रशिक्षण दिया जाता है।पर्यावरण लेडी आफ बिहार के रूप में चर्चित हो रही डा. नम्रता आनंद बक्सवाहा के जंगल को बचाने की मुहिम में भी जुड़ी हुयी है।