Vijayadashami 2023:बिहार के रोहतास में ‘डिजिटल’ लंकेश, हंसे-बोले और हिले, फिर रिमोट से हुआ दहन
बिहार के रोहतास जिले में लगभग 112 वर्षों से चली आ रही रावण दहन की परंपरा इस बार भी कायम रही I लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार के लंकेश पूरी तरह से डिजिटल थे यानी लंकेश बोले और हसे भी I इतना ही नहीं उनका दहन इस बार रिमोट कंट्रोल से हुआ जिसके लिए पहले से पूरी तैयारी कर ली गई थी I
आपको बता दें डालमियानगर में सबसे बड़े रावण वध कार्यक्रम आयोजन किया गया I ऐसे में रावण दहन इस वर्ष विशेष रहा I आयोजकों की मानें तो एसपी हर साल रोहतास क्लब मैदान में पहुंचकर रावण दहन की प्रक्रिया पूरी करते हैं I जिला स्तर पर रावण दहन होने के कारण काफी दूर-दूर के लोग मैदान में पहुंचकर रावण दहन प्रक्रिया का आनंद लेते हैं I बताया जाता है कि लगभग 50 हजार से एक लाख तक लोगों की भीड़ दहन की प्रक्रिया के दौरान होती है I रोहतास के एसपी विनीत कुमार इस बार रिमोट से रावण का पुतला सहित कुम्भकर्ण और मेघनाथ का भी दहन किये I
आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं नगर पूजा समिति के आचार्य विनय बाबा बताया कि हर साल पारंपरिक तरीके से रावण का दहन भगवान राम के द्वारा तीर मार कर की जाती थी जिसमें रॉकेट लगा होता था लेकिन इस बार कुछ नया करने की सोच और जज्बे के साथ डिजिटल तरीके से रावण दहन का कार्यक्रम किया गगा, जिसमें रावण हंसे और बोले भी I उसकी दोनों भुजाएं भी हिलेंI इतना ही नहीं रावण की आंखें भी चमकी, जिसमें बल्ब लगी थी I इसके लिए 13 सदस्यीय टीम लगातार कार्य में लगी हुई थी I उन्होंने कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत पर दशहरा पर लोगों में शांति, समृद्धि एवं भाईचारा लेकर आए I इसके लिए नीलकंठ एवं गुब्बारा मुक्त किया जाता है I वेदों के अनुसार, इस दिन नीलकंठ को देखना शुभ माना जाता है I कमेटी द्वारा लोगों की जीवन में शुभ अवसर एवं लाभ के लिए सभी के बीच नीलकंठ को लाकर मुक्त किया जाता है I