पटना में कोरोना का अब असली अटैक शुरू, 7 दिनों में दोगुनी हुई मरीजों की संख्या
- अगर राजधानी में कोरोना के ग्राफ पर नजर दौड़ाएं तो पाएंगे कि बीते सात दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या पटना में दोगुनी हुई है।
बिहार की राजधानी पटना में कोरोना वायरस का कहर और भी ज्यादा भयावह होता जा रहा है। कोरोना लगातार तेजी से पांव पसार रहा है और बीते एक सप्ताह में कोरोना के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखने को मिली है। अगर राजधानी में कोरोना के ग्राफ पर नजर दौड़ाएं तो पाएंगे कि बीते सात दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या पटना में दोगुनी हुई है। कोरोना के रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शुरू के 100 दिनों में जितने कोरोना संक्रमित पटना में मिले थे, करीब उतने ही संक्रमित पिछले सात दिनों में मिले हैं।
कोरोना कहर से पटना में फिर 7 दिनों का लॉकडाउन, जानें क्या खुला रहेगा और क्या बंद
कोरोना मीटर पर नजर दौड़ाएं तो पटना में 22 मार्च को कोरोना का पहला केस सामने आया था। पहला केस मिलने के 100 दिनों में यानी 30 जून तक कोरोना मरीजों की संख्या 718 पर थी, जबकि सात जुलाई तक यह आंकड़ा 1402 पर पहुंच गया। हालांकि, कोरोना के कुल आंकड़ों में एक्टिव केसों की संख्या 760 है, जबकि 12 लोगों की मौत हो चुकी है और 630 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं।
पटना पुलिस प्रशासन में कोरोना की बड़ी दस्तक, एक DSP के संक्रमित होने से हड़कंप
पटना में 22 मार्च को एक साथ कोरोना वायरस के दो मरीज मिले थे। इसमें एक दीघा की महिला थी, जबकि दूसरा फुलवारीशरीफ के बभनपुरा का युवक था। दोनों मरीजों का ट्रेवल हिस्ट्री था। दीघा की महिला एक ओर जहां नेपाल से लौटी थी, वहीं फुलवारीशरीफ का युवक स्कॉटलैंड से लौटा था। इस तरह कुल कोरोना के आंकड़े देखे जाएं तो मार्च में मरीजों की संख्या सात थी, वहीं अप्रैल में यह आंकड़ा 44 पर पहुंच गया था। इसके अलावा, 31 मई को 241 पर पहुंच गया था और जून में 718।
पटना में बम बनकर फटा कोरोना वायरस, 237 नए मामले, शाम तक बढ़ सकती है संख्या
लेकिन पटना में कोरोना विस्फोट 30 जून के बाद देखने को मिला है। जुलाई के शुरुआती तीन दिनों में 100 से अधिक कोरोना के मरीज मिले हैं। इनमें सबसे बड़ा योगदान पालीगंज शादी समारोह का है। मंगलवार को सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक दिन में सर्वाधिक 260 संक्रमित पटना में मिले थे।