पाकिस्तानी टीम ने सरफराज अहमद से उठवाए जूते, गुस्से में आकर शोएब अख्तर ने कह दी ये बात
पाकिस्तान की क्रिकेट टीम कोई मैच खेल रही हो और उसमें विवाद ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता. इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले जा रहे टेस्ट मैच में भी पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट सवालो के घेरे में आ गया है. दरअसल टेस्ट मैच के दूसरे दिन कुछ ऐसा हुआ, जिसके बाद पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) और पूर्व कप्तान राशिद लतीफ बुरी तरह भड़क गए और उन्होंने पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट को जमकर खरी-खोटी सुना दी. दरअसल गुरुवार को खेल के दूसरे दिन सरफराज अहमद से पाकिस्तानी टीम ने जूते उठवाए, जिसपर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. यही वजह है कि पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ी इससे नाराज हैं.
सरफराज अहमद से उठवाए गए जूते
पाकिस्तान को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 जिताने वाले पूर्व कप्तान सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmed) मैनचेस्टर टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं हैं. उन्हें टीम ने 12वां खिलाड़ी चुना है. सरफराज अहमद से खेल के दूसरे दिन जूते उठवाए गए. दरअसल ब्रेक के दौरान सरफराज अहमद शान मसूद के लिए ड्रिंक्स लेकर पहुंचे, साथ ही वो उनके लिए जूते भी लेकर आए. सरफराज को जूते उठाते देख शोएब अख्तर और राशिद लतीफ से ना रहा गया और उन्होंने पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट पर हमला बोल दिया.
भड़क गए शोएब अख्तर और राशिद लतीफ
एक टीवी चैनल पर क्रिकेट एक्सपर्ट के तौर पर राशिद लतीफ और शोएब अख्तर ने पाकिस्तानी टीम को जमकर खरी-खोटी सुनाई. राशिद लतीफ ने कहा, ‘सरफराज अहमद से क्यों जूते उठवाए गए? वो ही अच्छा आदमी क्यों है इस टीम में. आजतक कभी किसी पूर्व कप्तान ने जूते नहीं उठाए. चाहे वो जावेद मियांदाद हों, वसीम अकरम हों, रमीज राजा हों, कोई भी लेकर नहीं आया.’
शोएब अख्तर ने कहा, ‘आपने पूर्व कप्तान को जूते क्यों पकड़वाए. ये बहुत ही निराशाजनक है. मुझे ये तस्वीर देखकर बिलकुल अच्छा नहीं लगा. कराची के लड़के को ही एक आदर्श क्यों बनाना है. एक पूर्व कप्तान जिसने पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी जिताई है आप उसके साथ ऐसा नहीं कर सकते. 4 साल कप्तानी की है सरफराज ने आप उसे कैसे जूते उठाए. मैंने तो कभी वसीम अकरम से जूते नहीं उठवाए. सरफराज ने जूते उठा भी लिए थे तो उसे रोकना चाहिए था.’
शोएब अख्तर ने कहा, ‘कितना कमजोर आदमी है सरफराज अहमद. इसने कप्तानी भी ऐसे ही की है. ये बल्लेबाजी भी नहीं करता था. अच्छा आदमी था तभी तो लोगों ने इसका फायदा उठाया. थोड़ा लिहाज कर लो पूर्व कप्तान का, आप जूते नहीं उठवा सकते.’