इस भारतीय कंपनी को मिली सफलता, कोविड-19 वैक्सीन के दूसरे चरण का ट्रायल 6 अगस्त से
कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन बनाने के प्रयास पूरी दुनिया में हो रहे हैं। ऐसे में भारतीय कंपनियां भी पीछे नहीं है। भारतीय कंपनी जाइडस कैडिला के कोविड-19 के वैक्सीन बनाने के प्रथम चरण में सफलता मिलने के बाद अब दूसरे चरण का ट्रायल 6 अगस्त से शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि कंपनी ने जिस वैक्सीन को बनाया है, उसके पहले चरण के ट्रायल के दौरान अपेक्षित सफलता मिली है।
मरीजों के लिए सुरक्षित है वैक्सीन
कंपनी ने बताया कि जाइकोव-डी पहले चरण के क्लीनिकल ट्रायल में पूरी तरह से सुरक्षित पाई गई है। कंपनी के चेयरमैन पंकज आर. पटेल ने कहा कि कंपनी की योजना वैक्सीन के बाद के चरणों के ट्रायल अगले साल फरवरी या मार्च तक पूरा करने की है।
ल्यूपिन और बीडीआर फार्मा ने लांच टेबलेट
दवा कंपनी ल्यूपिन और बीडीआर फार्मा ने बुधवार को अपनी-अपनी फेविपिराविर टेबलेट लांच करने का ऐलान किया है। ल्यूपिन ने “कोविहाल्ट” के नाम से लांच इस दवा की कीमत 49 रुपए प्रति टेबलेट रखी है। एक स्ट्रिप में 200 मिग्रा की 10 टेबलेट होंगी। वहीं, बीडीआर फार्मा ने फेविपिराविर को “बीडीएफएवीआइ” नाम से लांच कर दी है। कंपनी ने इसकी कीमत 63 रुपए प्रति टेबलेट रखी है। इसकी भी एक स्ट्रिप में 200 मिग्रा की 10 टेबलेट होंगी।
इससे पहले मंगलवार को सन फार्मा ने “फ्लूगार्ड” के नाम से इस दवा को लांच किया था, जिसकी कीमत 35 रुपये प्रति टेबलेट रखी है। इस बीच एक अन्य कंपनी बायोफोर इंडिया फार्मास्यूटिकल्स की सब्सिडियरी कंपनी जेनरा फार्मा को भी फेविपिराविर के उत्पादन और बिक्री की अनुमति सरकार की तरफ से मिल गई है। कंपनी “फैविजेन” के नाम से बाजार में इसे उतारेगी।