राम मंदिर के भूमि पूजन के दिन राम लला को पहनाई जाएगी हरे रंग की पोशाक, जानें उसकी खासियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लि भूमि पूजन करेंगे। इस दौरान राम लला की मूर्ति को भगवा बॉर्डर वाले हरे रंग की पोशाक पहनाए जाने की संभावना है। पोशाक नवरत्न युक्त होंगे, जिसे चार पीढ़ियों से राम लला के कपड़े सिल रहे बाबू लाल टेलर्स के द्वारा तैयार किया जाएगा।
‘बाबू लाल टेलर्स’ की दुकान दो भाइयों भागवत प्रसाद और शंकर लाल चलाते हैं। वे केवल मंदिरों में देवी-देवताओं के लिए कपड़े सिलते हैं। प्रसाद ने कहा कि उनके पिता ने कई वर्षों तक राम लला की पोशाकें सिलीं और उन्होंने इस विरासत को जारी रखा।
भागवत प्रसाद ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “राम लला के कपड़े चार पीढ़ियों से हमारी दुकान पर सिले जा रहे हैं। मेरे पिता के निधन के बाद, हम उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। हम इस स्थल पर जाते थे और अपने पिता के साथ राम लला के कपड़े सिलते थे। 1992 में उनकी मृत्यु हो गई। राम लला के कपड़े यहां मेरी दुकान पर सिले जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि सरकार को पहले सिले हुए कपड़े के सात सेट दिए और उसके बाद भक्त भी देवता के लिए कपड़े लेने आए। भागवता प्रसाद के मुताबिक, राम लला की मूर्ति के लिए पोशाक में नवरत्न होंगे। रामदल सेवा ट्रस्ट के कल्कि राम ने 5 अगस्त के लिए दो ड्रेस के लिए ऑर्डर दिया है।
उन्होंने कहा, “एक हरे रंग का है और दूसरा केसरिया है और ये दो-तीन दिनों में पूरा हो जाएगा। बुधवार का दिन भगवान गणेश का दिन है और हरा रंग देवता के साथ जुड़ा हुआ है। हरे रंग की पोशाक में केसर के बॉर्डर होंगे।” भागवत प्रसाद ने कहा कि राम लला के लिए सोमवार के लिए सफेद रंग और मंगलवार के लिए लाल रंग की पोशाक बनाने के ऑर्डर दिए गए हैं।
रामदल सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्कि राम ने कहा कि राम लला की वेशभूषा को भूमि पूजन के लिए भव्य तरीके से तैयार किया जाएगा। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, ‘भूमि पूजन कार्यक्रम के दिन राम लला की पोशाक हरे और केसरिया रंग की होगी। पोशाक में नौ ग्रहों के लिए नवरत्न होते हैं। आम तौर पर पोशाक को डिजाइन करने और तैयार करने में दो दिन लगते हैं, लेकिन इस बार पोशाक को भव्य रूप दिया जा रहा है। दर्जी ने कहा है कि पोशाक एक अगस्त तक पूरी हो जाएगी।”