10 वीं और 12 वीं में फेल विद्यार्थी नहीं देना चाहते दोबारा परीक्षा

 10 वीं और 12 वीं में फेल विद्यार्थी नहीं देना चाहते दोबारा परीक्षा

भोपाल (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षा में फेल हुए विद्यार्थियों के लिए रुक जाना नहीं योजना के तहत दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाता है। इस साल दसवीं और बारहवीं में फेल हुए विद्यार्थी दोबारा परीक्षा नहीं देना चाहते हैं। यही कारण है कि इस बार 10वीं में 86 हजार विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं, जबकि बोर्ड परीक्षा में इस साल 2 लाख 22 हजार 944 फेल हुए हैं। वहीं 12वीं में 68 हजार शामिल हो रहे हैं, जबकि 1 लाख 7 हजार 761 विद्यार्थी फेल हुए हैं।

इस साल मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं 17 अगस्त से शुरू होंगी। ज्ञात हो कि मप्र बोर्ड परीक्षा में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए 2016 से रुक जाना नहीं योजना शुरू की गई थी। इसमें फेल विद्यार्थियों को दो मौके मिलते हैं। ओपन बोर्ड द्वारा यह परीक्षा जून और दिसंबर में आयोजित की जाती है।

अधिक फीस भी बनी परेशानी

मंडल की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए रुक जाना नहीं के तहत ओपन बोर्ड से परीक्षा नहीं देने का एक कारण इसकी अधिक फीस भी माना जा रहा है।मंडल की फीस 500 रुपये है तो वहीं ओपन बोर्ड की फीस डेढ़ से दो हजार रुपये तक है।

विशेष परीक्षा में 251 विद्यार्थी होंगे शामिल

मंडल द्वारा इस बार कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके और क्वारंटाइन परिवार के विद्यार्थियों के लिए 17 अगस्त से विशेष परीक्षा आयोजित की जा रही है।ये विद्यार्थी 9 जून से होने वाली विशेष परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। अब इन विद्यार्थियों के लिए दोबारा बोर्ड परीक्षा आयोजित की जा रही है। इनसे आवेदन भी कराए गए थे। इसमें प्रदेश भर से 251 विद्यार्थी शामिल होंगे।

इनका कहना है

रुक जाना नहीं योजना के तहत बोर्ड परीक्षा में फेल हुए विद्यार्थियों के लिए पास होने का अच्छा मौका है। इस बार आवेदन में कमी आई है।

– पीआर तिवारी, निदेशक राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड

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