भारत में 11 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया
भारत में अब तक 11 करोड़ से अधिक लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। गौरतलब है कि इससे पहले भारत मात्र 85 दिनों के भीतर 10 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने वाला सबसे तेज़ देश बना था। गौरतलब है कि सरकार ने 1 अप्रैल, 2021 से 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण शुरू किया है।
टीकाकरण की लागत कितनी है?
- टीकाकरण अभियान सभी 10,000 सरकारी अस्पतालों में मुफ्त चलेगा।
- लेकिन लाभार्थी को 20,000 निजी टीकाकरण केंद्रों पर अपना टीकाकरण कराने के लिए भुगतान करना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अभी तक टीकों का शुल्क तय नहीं किया गया है।
कोविड-19 टीकाकरण का पहला चरण
कोविड-19 टीकाकरण अभियान का पहला चरण 16 जनवरी, 2021 को शुरू किया गया था। यह अभियान पूरे देश में 3006 टीकाकरण केंद्रों पर शुरू किया गया था। पहले चरण में केवल स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन श्रमिकों का टीकाकरण शुरू किया गया था। चरण 1 के तहत, लगभग 1,26,71,163 लोगों को अब तक टीका की पहली खुराक दी गयी है। उनमें से, लगभग 14 लाख लोगों ने दूसरी खुराक भी प्राप्त की है। टीकाकरण अभियान में 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भी शामिल किया गया है।
दूसरा चरण
- कोविड-19 टीकाकरण के दूसरे चरण के तहत, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
- इसके अलावा, दिशानिर्देशों के अनुसार, 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और रोगों से पीड़ित लोगो का टीकाकरण भी किया जा रहा है।
COVAXIN
COVAXIN भारत बायोटेक द्वारा निर्मित एक सरकारी समर्थित टीका है। इसकी प्रभावकारिता दर 81% है। COVAXIN वैक्सीन के चरण तीन परीक्षणों में 27,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया है। COVAXIN दो खुराक में दिया जाता है। खुराक के बीच का समय अंतराल चार सप्ताह है। COVAXIN को मृत COVID-19 वायरस से तैयार किया गया था।
COVISHIELD
COVISHIELD वैक्सीन एस्ट्राज़ेनेका द्वारा निर्मित है। स्थानीय रूप से, COVISHIELD सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया द्वारा निर्मित किया जा रहा है। यह चिम्पांजी के एडेनोवायरस नामक एक सामान्य कोल्ड वायरस के कमजोर संस्करण से तैयार किया गया था। COVID-19 वायरस की तरह दिखने के लिए वायरस को संशोधित किया गया है। यह दो खुराक में लगाया जाता है।