28 April: दिन भर की दस बड़ी खबरें, एबी बिहार न्यूज़ के साथ
शुरू करते है देश दुनिया की दस बड़ी ख़बरों के साथ,
शुरुआत राज्य की बड़ी खबर से..
बिहार की राजधानी पटना के पुनपुन थाना क्षेत्र के अलाउद्दीनचक गांव में बुधवार की अहले सुबह बेहद दुखद घटना हुई। कोरोना से बचाव के लिए अपने चार बच्चों को झोपड़ीनुमा घर में बंद कर माता-पिता खेत में काम करने चले गये। इस दौरान अचानक झोपड़ी में आग लगने से चार बच्चे जिंदा जल गये। चारों ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। इस घटना को लेकर अलाउद्दीनचक गांव में मातम पसर गया है। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
बिहार के मुंगेर, किशनगंज और सुपौल जिलों में बुधवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर ये भूकंप के झटके लगे, जिसके बाद स्थानीय लोगों के बीच हड़कंप मच गया। लोग अपने अपने घरों के बाहर निकल आए। हालांकि कुछ सेकेंड बाद ही स्थिति सामान्य हो गई।
बिहार के उद्योग निदेशक पंकज कुमार सिंह का बुधवार को निधन हो गया। पंकज कुमार 12 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गए थे। प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, जहां बुधवार को उनकी मौत हो गई। पंकज कुमार के निधन पर बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन से शोक व्यक्त किया है। पंकज कुमार इंडियन पोस्ट एंड टेलीग्राफ सेवा के पदाधिकारी थे। प्रतिनियुक्ति पर उद्योग विभाग में उनकी तैनाती हुई थी।
कोरोना की रफ्तार पर नियंत्रण करने के लिए सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगाया हुआ है। मगर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। उधर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राज्य में लॉकडाउन लगाने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मैं लॉकडाउन का तभी समर्थन करूंगा जब तीन महीने तक सबका बिजली और पानी बिल माफ किया जाए, साथ ही किराएदारों का किराया, बैंक लोन की ईएमआई और कॉलेजों की फीस भी माफ की जाए। किसी को शौक नहीं होता जान जोखिम में डालकर बाहर जाना। रोटी और कर्ज जो ना कराए। ये बात एसी वाले लोग नहीं समझेंगे।’
अब रुख करते है देश की कुछ बड़ी खबरों का,
देश में कोरोना वायरस से मचे तांडव के बीच चुनाव आयोग ने एक और फैसला लिया है। पांच राज्यों की विधानसभा चुनावों के लिए 2 मई को होने वाली मतगणना के दिन कोई भी प्रत्याशी अब कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के बिना मतगणना केंद्र के अंदर नहीं जा सकेगा। चुनाव आयोग के नए फैसले के मुताबिक, अगर किसी प्रत्याशी को मतगणना केंद्र के अंदर जाना है तो या तो उसने वैक्सीन की दोनों खुराकें ली हो या फिर उसके पास कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट हो। यह रिपोर्ट भी 48 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।
दुनिया खासतौर पर एशिया के कई विकासशील देश कोरोना से जंग के सबसे बड़े हथियार यानी वैक्सीन के लिए दूसरे देशों पर निर्भर हैं, वैसे में भारत ने एक नहीं बल्कि दो वैक्सीन के साथ अपना टीकाकरण अभियान शुरू किया था। हालांकि, उस समय भारत बायोटेक की बनाए स्वदेशी टीके ‘कोवैक्सिन’ पर देश में ही सवाल खड़े हो रहे थे लेकिन अब अमेरिका ने भी इस वैक्सीन का दम माना है। अमेरिका ने माना है कि भारत में बनी कोवैक्सिन कोरोना वायरस के एक-दो नहीं बल्कि 617 वेरिएंट्स को बेअसर करने में सक्षम है।
देश में एक नया स्कैम पॉपुलर हो रहा है जो QR कोड जुड़ा है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक (State Bank of India) ने अपने ग्राहकों को क्यूआर कोड स्कैन (QR Code Scan) के बारे में चेतावनी दी है। SBI ने लोगों को सचेत किया है कि वे किसी के द्वारा साझा किए गए QR कोड्स को स्कैन न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी, आपके खाते से पैसा साफ़ जो जाएगा। एसबीआई (SBI) ने ट्वीट कर समझाया है कि जब आप एक QR कोड स्कैन करते हैं तो आपको पैसे नहीं मिलते हैं। बल्कि QR कोड पेमेंट करने के लिए यूज किया जाता है। इसीलिए किसी के द्वारा शेयर किए गए QRCodes को स्कैन न करें जब तक कि आपको उस व्यक्ति को खुद पेमेंट नहीं करना हो।
भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ दो हथियारों (कोविशील्ड और कोवैक्सिन) के साथ जंग जारी है। भारत में टीकाकरण की रफ्तार को मई से और तेजी मिलेगी, क्योंकि भारत के टीकाकरण अभियान से एक वैक्सीन का नाम जुड़ जाएगा। जी हां, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि 1 मई को भारत में स्पूतनिक-वी वैक्सीन की पहली खेप आ जाएगी।
अब रुख करते है दुनिया की कुछ बड़ी खबरों का
पाकिस्तान की इमरान सरकार सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस काजी फैज ईशा को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है। अब सरकार की इन कोशिशों को सुप्रीम कोर्ट ने ही विफल कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के जज को ब्लैकमेल करने का आरोप पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो ने लगाया है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ईशा ने पूर्व में सरकार के खिलाफ कई निर्णय दिए थे।
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव की स्थिति कम नहीं हो रही है। फारस की खाड़ी में गश्त कर रहे अमेरिकी युद्धपोत के निकट ईरान के तीन जहाज आ गए। चेतावनी को अनसुना करने पर अमेरिकी युद्धपोत से फायरिंग की गई। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.