आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 को 29 जनवरी को पेश किया जाएगा
29 जनवरी, 2021 को भारत का आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 प्रस्तुत किया जाएगा। इस सर्वेक्षण में यह आकलन किया जाएगा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को COVID-19 महामारी ने कैसे प्रभावित किया गया है और इसमें किस प्रकार सुधार हो रहा है।
मुख्य बिंदु
आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाएगा। इस वर्ष के आर्थिक सर्वेक्षण का प्रमुख फोकस कोविड-19 महामारी के नुकसान और प्रभाव हैं। आर्थिक सर्वेक्षण दस्तावेज मुख्य आर्थिक सलाहकार के मार्गदर्शन में आर्थिक मामलों के विभाग के अर्थशास्त्र प्रभाग द्वारा तैयार किया जाता है। इसके बाद, इस दस्तावेज़ को वित्त मंत्री द्वारा अनुमोदित किया जाता है और उसे संसद में पेश किया जाता है। आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 के बाद केंद्रीय बजट 2020-21 1 फरवरी को पेश किया जाएगा।
आर्थिक सर्वेक्षण
आर्थिक सर्वेक्षण वित्त मंत्रालय का एक वार्षिक दस्तावेज है। यह पिछले 12 महीनों में देश की आर्थिक प्रगति और मुद्दों की समीक्षा करता है। इस सर्वेक्षण में सरकार द्वारा शुरू की गई प्रमुख विकासात्मक योजनाओं के प्रदर्शन से संबंधित जानकारी दी जाती है। यह दस्तावेज़ प्रमुख सरकारी नीतियों के प्रदर्शन और उनके प्रभाव की व्याख्या भी करता है।
आर्थिक सर्वेक्षण प्रमुख राजकोषीय विकास, व्यापक आर्थिक कारकों, मुद्रास्फीति और अन्य आर्थिक कारकों पर चर्चा करता है। इस दस्तावेज़ में देश की अर्थव्यवस्था पर कृषि, जलवायु परिवर्तन और रोजगार के प्रभाव पर भी प्रकाश डाला जाता है। पहला आर्थिक सर्वेक्षण 1950-51 में प्रस्तुत किया गया था। हालांकि, 1964 तक इसे बजट के साथ प्रस्तुत किया जाता था।