1 फरवरी : कल्पना चावला की पुण्यतिथि
आज (1 फरवरी, 2021) को भारत की पहली महिला अंतरिक्षयात्री कल्पना चावला की पुण्यतिथि है। 1 फरवरी, 2003 को स्पेस शटल कोलंबिया पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते समय नष्ट हो गयी थी, इस दुर्घटना में कल्पना समेत सभी सातों अन्तरिक्षयात्रियों की मृत्यु हो गयी थी। कोलंबिया पृथ्वी पर लैंड करने से केवल 16 मिनट दूर थी। यह कोलंबिया स्पेसक्राफ्ट का 28वां मिशन था। दरअसल यह हादसा शटल के बाएं विंग में एल्युमीनियम हीट इंसुलेटिंग टाइल के क्षतिग्रस्त होने के कारण हुआ था।
कल्पना चावला
कल्पना का जन्म 17 मार्च, 1962 को हरियाणा के करनाल में हुआ था। कल्पना ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी। इसके बाद 1982 में वे अमेरिका चली गयी थी। 1984 में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्सास से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ़ साइंस की डिग्री हासिल की। बाद में उन्होंने पीएचडी भी की।
1988 में नासा में अपना करियर शुरू किया। अप्रैल, 1991 में वे अमेरिका की नागरिक बनीं। 1996 में उनका चयन पहली उड़ान के लिए किया गया। उनका पहला अन्तरिक्ष मिशन 17 नवम्बर, 1997 को शुरू हुआ, इस मिशन के लिए 6 अंतरिश यात्रियों के क्रू के लिए स्पेस शटल कोलंबिया का उपयोग किया गया था। इसके साथ ही कल्पना चावला अन्तरिक्ष में उड़ान भरने वाली पहली भारतीय महिला बन गयीं।
दूसरी बार अन्तरिक्ष उड़ान के लिए कल्पना चावला का चयन वर्ष 2000 में किया गया था। परन्तु इस उड़ान को तकनीकी खामियों के कारण कई बार स्थगित किया गया। 16 जनवरी, 2003 को पुनः कल्पना चावला अन्तरिक्ष में गयीं। शटल के बाएं विंग में एल्युमीनियम हीट इंसुलेटिंग टाइल के क्षतिग्रस्त होने के कारण लैंडिंग से कुछ ही देर पहले स्पेस शटल कोलंबिया दुर्घटना का शिकार हो गयी और इसमें सवार सभी सातों अंतरिक्षयात्री इस दुर्घटना में मारे गये। इस मिशन के सात सदस्य थे – रिक डी. हस्बैंड (कमांडर), विलियम सी. मैककूल (पायलट), माइकल पी. एंडरसन (पेलोड कमांडर), कल्पना चावला (मिशन स्पेशलिस्ट), लौरेल क्लार्क (मिशन स्पेशलिस्ट), इलान रामोन (पेलोड स्पेशलिस्ट)।