2021-22 में e-NAM पोर्टल के माध्यम से देश की 1000 मंडियों को जोड़ा जायेगा
केंद्र सरकार ने हाल ही में घोषणा की कि 2021-22 में e-NAM पोर्टल के माध्यम से देश की 1000 मंडियों को जोड़ा जायेगा।
कृषि अवसंरचना निधि को कृषि उत्पाद बाजार समितियों को उनकी बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
ई-एनएएम कृषि विपणन में एक अभिनव पहल है, जो खरीददारों और बाजारों तक किसानों की पहुंच को बढ़ाती है।
e-NAM
राष्ट्रीय कृषि बाजार या ई-नाम पोर्टल कोई अन्य बाजार नहीं है, बल्कि यह देश में मौजूदा मंडियों का एक ऐसा नेटवर्क है, जिसके माध्यम से किसान और व्यापारी एक दूसरे से फसल खरीदने और बेचने का काम घर बैठे ही कर सकते हैं। e-NAM का प्रबंधन छोटे किसानों के कृषि व्यवसाय कंसोर्टियम (SFAC) द्वारा किया जाता है। यह सभी एपीएमसी (कृषि उपज विपणन समिति) संबंधित गतिविधियों के लिए एकल सेवा प्रदान करता है। वर्तमान में व्यापार के लिए ई-एनएएम के तहत 450 से अधिक एपीएमसी सूचीबद्ध हैं।
यह एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से संचालित होता है जो राज्य की मंडियों से जुड़ा हुआ है।
e-NAM के कार्य
E-NAM वस्तुओं और व्यापार की जानकारी प्रदान करता है।
यह मंच कैशलेस लेनदेन प्रदान करता है।
यह मृदा परीक्षण तक पहुंच प्रदान करता है और किसानों को छंटाई और पैकिंग के लिए प्रारंभिक सुविधाएं प्रदान करता है।