केरल में ‘स्मार्ट’ आंगनवाड़ियों का निर्माण किया जायेगा
केरल सरकार ने पारंपरिक आंगनवाड़ियों को बेहतर सुविधाओं के साथ “स्मार्ट” आंगनवाड़ियों में बदलने के लिए 9 करोड़ मंजूर किए हैं।
स्मार्ट आंगनवाड़ी योजना
- इस योजना के तहत, महिला और बाल विकास विभाग ने राज्यों की 48 आंगनवाड़ियों को नए भवनों के निर्माण की अनुमति दी है।
- चरणबद्ध तरीके से बचपन की देखभाल प्रदान करने के लिए स्मार्ट आंगनवाड़ियों का निर्माण किया जाएगा।
- इसे और अधिक बाल-सुलभ बनाने के उद्देश्य से इन सुविधाओं को स्थापित किया जाएगा।इस तरह इन सुविधाओं से बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- 48 आंगनवाड़ियों के निर्माण के लिए कुल नौ करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
- इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट स्कीम (ICDS) के तहत स्मार्ट आंगनवाड़ियों का डिजाइन और निर्माण किया जा रहा है।
सरकार ने अप्रैल, 2019 से राज्य में आंगनवाड़ियों के लिए एकीकृत मॉडल का निर्माण करने का निर्णय लिया था।
आंगनवाड़ी योजना
यह एक प्रकार का ग्रामीण बाल देखभाल केंद्र है जो भारत सरकार द्वारा वर्ष 1975 में शुरू किया गया था। यह योजना एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के तहत चलती है। यह कुपोषण का मुकाबला करने के लिए बेहद उपयोगी है। ये केंद्र उन गांवों में काम करते हैं जहां वे भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के तहत बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करते हैं। बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल गतिविधियाँ पोषण शिक्षा, गर्भनिरोधक परामर्श और आपूर्ति हैं।
एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS)
यह एक सरकारी कार्यक्रम है जो 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों को भोजन, प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल, पूर्वस्कूली शिक्षा, स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण और रेफरल सेवाएं प्रदान करता है। ICDS को 1975 में लॉन्च किया गया था। 1978 के दौरान इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन यह योजना दसवीं पंचवर्षीय योजना द्वारा फिर से शुरू की गई थी। दसवीं पंचवर्षीय योजना ने ICDS योजना को आंगनवाड़ी केंद्रों से जोड़ा।