क्या करें और क्या ना करें, जब लगवाने जाएं वैक्सीन
देश में बुजुर्गों को कोविड-19 वैक्सीन लगने का दौर शुरू हो चुका है. अब निजी अस्पतालों में जाकर भी वैक्सीन लगवाई जा सकती है. डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. वैसे तो अभी तक वैक्सीन के दुष्प्रभाव का कोई केस सामने नहीं आया है, लेकिन कुछ लोगों ने इसके साइड इफेक्ट या हलके बुखार की शिकायत की है. कुछ मामलों में इस तरह के हलके साइड इफेक्ट्स से पहले भी इनकार नहीं किया गया था. वहीं वैक्सीन लगवाने के समय और उसके बाद कुछ एतिहातें बरतने की सलाह भी दी गई है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में महाराष्ट्र के कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी का कहना है कि भारत में लगाई जा रही है दोनों ही वैक्सीन, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोवशील्ड पूरी तरह से सुरक्षित हैं फिर भी कुछ मामलों में मामूली साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जैसे की हर वैक्सीन में होते हैं.
कुछ खा कर जाएं या खाली पेट?
आमतौर पर लोग जब किसी जांच के लिए जाते हैं तो कई जाचों में उन्हें खाली पेट जाने की सलाह दी जाती है, लेकिन वैक्सीन लगावनने से पहले व्यक्ति को खाना खाकर और अगर कहा गया हो तो दवाएं भी खाकर जाना चाहिए. व्यक्ति के जितना हो सके रिलैक्स रहना चाहिए और बेचैनी महसूस करने वालों को काउंसलिंग से मदद मिल सकती है.
खास बीमारी वाले मरीज क्या करें?
खास बीमारियों वाले मरीजों, जैसे डायबिटीज या ब्लड प्रैशर वाले लोगों को जांच करवा कर ही वैक्सीन लगवाने जाना चाहिए. कैंसर मरीजों को, खासकर जो कैम्योथेरैपी पर हैं उन्हें चिकित्सकीय सलाह के अनुसार ही चलना चाहिए. इसी तरह से किसी अन्य बीमारी से जूझने वाले मरीज चिकित्सकीय देखरेख में ही वैक्सीन लगवाएं और सेंटर पर टीका लगाने वाले डॉक्टर को पूरी जानकारी दें
एलर्जी हो तो उठाएं ये कदम
विशेषज्ञों ने लोगों को वैक्सीन लगावाने के लिए जाते समय कुछ सुझाव के साथ कुछ ऐतिहाती कदम उठाने की सलाह दी है. सबसे लोगों से यह कहा गया है कि अगर वे किसी एलर्जी के लिए दवाएं लेते हैं या इलाज करवा रहे हैं तो चिकित्सा अधिकारी से ‘ऑल क्लियर’ जैसी स्वीकृति हासिल कर ले. सुझाव देने पर कम्प्लीट बल्ट काउंट, सीआरसी या आईईजी स्तर तक की जांच भी करवा लेनी चाहिए.
कुछ देर निगरानी में रहना जरूरी क्यों
वैक्सीन लगवाने के बाद व्यक्ति को कुछ समय के लिए वैक्सीन सेंटर पर ही निगरानी के लिए रखा जाता है कि कहीं उसे किसी तरह का गंभीर एलर्जी रिएक्शन तो नहीं हो रहा. यह सुनिश्चित होने के बाद ही लोगों को वैक्सीन सेंटर छोड़ने की अनुमति दी जाती है. इंजेक्शन और सामान्य बुखार समान्य लक्षण ही माने जाते हैं. वहीं ठंड लगना, थकान लगाने जैसे शिकायतें भी हो सकती हैं जो कुछ दिनों में ठीक हो जाती हैं.
समय लगेगा इम्यूनिटी विकसित होने में
इस सबके बाद भी यह समझना जरूरी है कि शरीर को वायरस से पूरी रह से इम्यून होने में कुछ हफ्तों का समय लगता है. इसलिए वैक्सीन लगवाने के बाद, शुरू के कुछ हफ्तों में व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित हो सकता है. अतः वैक्सीन लगने के कुछ हफ्तों तक वह तमाम सावधानियों बरतना बहुत जरूरी है जो वैक्सीन से पहले कोरोना से बचने के लिए ली जाती रही हैं.
ऐसे में फेस मास्क, हाथ धोने, सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानियों काअभी कुछ और महीनों तक पालन करते रहना बहुत जरूरी है. इसके साथ ही छींकते समय भी ऐतिहात बरतना जरूरी है. कुल मिलाकर वैक्सीन से डरने की जरूरत नहीं. कुछ भी आशंका होने की स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेने में गुरेज नहीं करना चाहिए