महिला और बाल विकास मंत्रालय ने सभी योजनाओं के तहत तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने मंत्रालय की सभी प्रमुख योजनाओं को उनके प्रभावी क्रियान्वयन और कार्यक्रमों के लिए तीन छाता योजनाओं के अंतर्गत वर्गीकृत करने की घोषणा की है – मिशन पोषण 2.0, मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति।
महिलाएं और बच्चे देश के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं?
2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की जनसंख्या में महिलाओं और बच्चों की संख्या 67.7% है। इसलिए, महिलाओं और बच्चों का सशक्तीकरण और संरक्षण और उनका समग्र विकास सुनिश्चित करना भारत के सतत और न्यायसंगत विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसी कड़ी में महिला और बाल विकास मंत्रालय सुरक्षित वातावरण में सुपोषित बच्चों का विकास सुनिश्चित करना चाहता है। यह महिलाओं को एक ऐसा वातावरण प्रदान करने का प्रयास भी करता है जो सुलभ, विश्वसनीय और भेदभाव और हिंसा से मुक्त हो।
मिशन शक्ति
भारतीय संविधान ने स्वतंत्रता और अवसर के संबंध में महिलाओं और पुरुषों को समान अधिकार प्रदान किए हैं। एक समावेशी समाज बनाने की भी आवश्यकता है जिसमें महिलाओं और लड़कियों को संसाधनों और अवसरों तक समान पहुंच हो। इससे वे देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास में भाग ले सकेंगी। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, मिशन शक्ति का शुभारंभ किया गया।
मिशन पोषण 2.0
सरकार पूरक पोषण कार्यक्रम और पोषण अभियान के विलय के बाद मिशन पोशन 2.0 शुरू कर रही है। यह डिलीवरी, आउटरीच, पोषण संबंधी सामग्री और परिणामों को मजबूत करने में मदद करेगा।
मिशन वात्सल्य
यह मिशन बच्चों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।