बिहार बंद : राजद कार्यकर्ता सुबह 4 बजे से ही सड़कों पर उतरें
बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बिल को लेकर विधानसभा में हो-हंगामे के बाद सदन में घुसकर पुलिसकर्मियों के विपक्षी विधायकों के साथ मारपीट की घटना को लेकर महागठबंधन ने आज बिहार बंद का आह्वान किया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाया है कि बिहार में विधानसभा के इतिहास में पहली बार विधायकों को पिटवाया गया और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के बजाय उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। सभी विपक्षी दलों ने बिहार बंद का ऐलान किया है।
सहरसा में दिख रहा बंद का असर
बिहार विधानसभा में हुई घटना, विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक और कृषि कानूनी के विरोध में शुक्रवार को बंद का असर देख रहा है। बंद में राजद, वामपंथी दल सहित अन्य दल शामिल हैं। बिहार विधानसभा में हुई घटना के विरोध में जहां राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा बिहार बंद का आह्वान किया गया है। वहीं किसान संगठनों के भारत बंद का भी राजद और अन्य संगठनों का समर्थन मिला है। सुबह आठ बजे से बंद समर्थकों ने विभिन्न चौक चौराहे को जाम कर दिया। दुकानें बंद कराया। बंद में राजद जिलाध्यक्ष मो ताहिर, धनिक लाल मुखिया, अजय कुमार सिंह बब्लू, ललन यादव, विक्की राम, कुंदन यादव, गौतम कृष्णा, सुमन सिंह, भारत यादव सहित अन्य मौजूद हैं।
बन्द समर्थकों ने सुबह 4 बजे से ही जाम किया
आज सुबह से ही बन्द समर्थकों ने जहानाबाद शहर में प्रवेश करने वाले सभी सड़कों को सुबह 4 बजे से ही जाम कर दिया। सुबह 4 बजे से पहले ही राजद के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए थे। घोसी, मखदुमपुर, बिहार शरीफ, राजगीर, गया, पटना, अरवल सभी सड़क कर दिया गया है जाम। नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर राजद कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी।
राजद के बिहार बन्द के आह्वान पर कार्यकर्ता सड़क पर
राजद के बिहार बन्द के आह्वान पर कार्यकर्ता सड़क पर, राजद प्रदेश महासचिव सह महुआ विधायक डॉ मुकेश रौशन के नेतृत्व में गांधी सेतु, रामाशीष चौक, स्टेशन चौक सहित कई स्थानों पर जाम लगाया, गांधी सेतु को जाम किया गया, हाईवे जाम, अलग अलग जगहों पर आगजनी कर कार्यकर्ता कर रहे नारेबाजी, हाथ में चोट के साथ जाम करने पहुंचे महुआ विधायक, नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर राजद कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी।
भाकपा-माले ने राज्य की जनता से की बिहार बंद को ऐतिहासिक बनाने की अपील
भाकपा-माले ने विधानसभा में विधायकों से कथित दुर्व्यवहार के खिलाफ 26 मार्च को महागठबंधन के बिहार बंद को ऐतिहासिक बनाने की अपील राज्य की जनता से की है। पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा, वरिष्ठ माले नेता केडी यादव व विधायक सत्यदेव राम ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा कि पहले से ही तीनों कृषि कानून, निजीकरण व चार श्रम कोडों के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया गया है।
माले उसका समर्थन कर रही है। अब लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने की भाजपा-जदयू की कोशिशों के खिलाफ बिहार बंद होगा। पार्टी प्रवक्ता कुमार परवेज ने बताया कि बंद के दिन पटना में 12 बजे जीपीओ गोलबंर से मार्च निकलेगा। सभी जिला कमिटियां बंद को सफल बनाने में लग गई हैं।
सीपीएम ने की बंद को सफल बनाने की अपील
केन्द्रीय कृषि कानून व बिहार सशस्त्र पुलिस कानून 2021 के विरोध में आज यानी 26 मार्च को बिहार बन्द को सफल बनाने की अपील सीपीएम ने की है। पार्टी के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने आरोप लगाया कि सरकार ने खेती और किसानों को बर्बाद करने पर तुली है। बिहार की भाजपा-जद(यू) सरकार ने अपने स्वाभिमान और राज्य की जनता के हितों का त्याग कर दिया है। कहा है कि आंदोलनकारी किसान संगठनों ने संयुक्त रूप से 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया है। पार्टी किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए अपनी जिला कमिटियों और जनसंगठनों तथा बिहार की मेहनतकश जनता से भारत बंद को सफल बनाने की अपील की है।