2000 बांग्लादेशी छात्रों को मुक्तिजोद्धा छात्रवृत्ति (Muktijoddha Scholarship) प्रदान की जाएगी
भारत सरकार ने अपनी नई मुक्तिजोद्धा छात्रवृत्ति योजना के तहत बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम सेनानियों के 2000 वंशजों के लिए छात्रवृत्ति की घोषणा की है। यह योजना 2017 में प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा के दौरान शुरू की गई थी।
ढाका में भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, उच्च माध्यमिक और स्नातक श्रेणियों में से प्रत्येक में 1000 छात्र बुधवार से सीधे अपने खाते में छात्रवृत्ति की राशि प्राप्त करना शुरू कर चुके हैं।
नई योजना का उद्देश्य पांच वर्षों की अवधि में बांग्लादेश के 10,000 छात्रों को लाभान्वित करना है। यह छात्रवृत्ति उच्च माध्यमिक छात्रों के लिए 20,000 टका और स्नातक श्रेणी के छात्रों के लिए 50,000 टका की राशि प्रदान करती है, जो मुक्तिजोद्धा या बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम सेनानियों के प्रत्यक्ष वंशज हैं।
भारत सरकार ने संयुक्त रूप से दोनों योजनाओं के लिए 35 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। अब तक, 17,082 छात्रों को इस योजना के तहत लाभ हुआ है, और इस उद्देश्य के लिए 37.99 करोड़ टका की राशि का उपयोग किया गया है।
मुक्तिजोद्धा के वंशजों के लिए वर्ष 2006 में ‘मुक्तिजोद्धा छात्रवृत्ति योजना’ (Muktijoddha Scholarship Scheme) शुरू की गई थी। मूल रूप से, उच्च माध्यमिक और स्नातक स्तर के छात्रों को यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाती थी। स्नातक छात्रों को चार साल के लिए प्रति वर्ष 24,000 टका और उच्चतर माध्यमिक छात्रों को दो साल के लिए प्रति वर्ष 10,000 टका प्रदान किया जाता था।