लगातार कंप्यूटर पर काम करने से होता है सिर दर्द? बचने के लिए करें ये उपाय
आजकल कंप्यूटर (Computer) के बिना लाइफ इंपॉसिबल है. फिर चाहे कंप्यूटर पर नेट सर्फिंग या ईमेल चेक करना हो, सोशल मीडिया का इस्तेमाल हो या ऑफिस के काम को निपटाने के लिए घंटों कीबोर्ड और स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रहना हो, कंप्यूटर अब हमारे रोज के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है. हालांकि मुश्किल तब आती है जब रोज की आदत के बावजूद किसी एक दिन स्क्रीन पर आंखों को टिकाते ही सिर में तेज दर्द (Headache) शुरू हो जाता है. इस दर्द की आखिर वजह क्या है? अगर आप भी इस सवाल से जूझ रहे हैं तो यहां आपको हम बताते हैं कि आखिर कंप्यूटर पर काम करने के दौरान क्यों कभी कभी सिर में तेज दर्द शुरू हो जाता है.
1.आंखों पर लगातार जोर पड़ना (Eyestrain)
अगर आप ये सोच रहे हैं कि कंप्यूटर स्क्रीन पर ध्यान केंद्रित करने की प्रक्रिया बहुत ही सिंपल और सीधी है तो आपको बता दें कि दरअसल ये उतना सरल भी नहीं जितना दिखता है. वेरीवेलहेल्थ के मुताबिक, मॉनिटर और हमारी आंखों के बीच की दूरी को वर्किंग डिस्टेंस कहा जाता है. ऐसे में एक टाइम के बाद हमारी आंखें एक खास बिंदू पर जाकर आराम करना चाहतीं हैं जो स्क्रीन की दूरी से बहुत दूर हो. इसे रेस्टिंग प्वाइंट कहा जाता है. ऐसे में जब दिमाग आंखों की मसल्स को जबरन स्क्रीन पर देखने के लिए मजबूर करता है तो उन दोनों के बीच होने वाले संघर्ष की वजह से आंखों पर जोर पड़ने लगता है और आंखों में अधिक थकान होने लगती है जो सिर दर्द की वजह बन जाती है.
2.अतिरिक्त रोशनी
कई बार कंप्यूटर के आसपास की तेज रोशनी भी हमारी आंखों को थका सकतीं हैं. जैसे कि खिड़की से आती तेज धूप, ऑफिस की ओवरहेड फ्लोरोसेंट लाइट या डेस्क लैंप. इनसे निकलने वाली तेज और तीखी रौशनी भी कई बार सिर दर्द की वजह बन जातींं हैं.
3.खराब पॉश्चर में बैठना
हो सकता है कि आप अपने कंप्यूटर स्क्रीन के सामने खराब मुद्रा में लेटकर या झुककर काम करते हों जो कि आपके हेडेक की सबसे बड़ी वजह हो. अगर सही तरीके से बैठकर कंप्यूटर पर आप काम नहीं करते हैं तो आपके सर्वाइकल नेक पर स्ट्रेस पड़ता है और हो सकता है कि ये ही आपकी आंखों और सिर में दर्द की सबसे बड़ी वजह बन जाए.
4.इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड के बीच लगातार रहना
शोध में यह पाया गया है कि लगातार मोबाइल का प्रयोग, वाइफाई का प्रयोग माइग्रेन की वजह हो सकता है. ऐसे में जहां तक हो सके मोबाईल को अपने सिर के आसपास कम से कम रखें और जरूरत ना होने पर घर का वाइफाई बंद रखें.
बचाव कैसे करें
-कंप्यूटर स्क्रीन की ब्राइटनेस को इस तरह एडजस्ट कीजिए कि वह आपकी आंखों में ना चुभे.
-फॉन्ट साइज बढ़ाकर काम कर सकते हैं.
-कंप्यूटर की स्क्रीन को लगातार देखने से थोड़ा परहेज करें.
-20-20-20 फॉर्मूला अपनाएं. जैसे कंप्यूटर पर काम करते हुए हर 20 मिनट पर 20 सेकंड के लिए किसी भी दिशा में 20 फीट की दूरी तक देखें. मतलब हर 20 मिनट बाद कंप्यूटर स्क्रीन से आंखें हटाकर कहीं और देखें.
-काम के दौरान ओवरहेड लाइट को बंद रखें.
-घर में तेज धूप को आने से रोकें और डिम लाइट का प्रयोग करें.
-स्क्रीन पर ग्लेयर फिल्टर का प्रयोग करें.
-कंप्यूटर मॉनिटर के एंगल को ऐसे एडजस्ट करें कि गरदन सीधी रहे.
-हाथ वाली कुर्सी का प्रयोग करें.
-फिर भी सिर और आंखों में दर्द हो तो डॉक्टर की सलाह लें.
1 Comment
[…] लगातार कंप्यूटर पर काम करने से होता है… […]
Comments are closed.