फेसबुक डेटा लीक, 2021
533 मिलियन से अधिक फेसबुक यूजर्स का व्यक्तिगत डेटा हाल ही में ऑनलाइन लीक हुआ है। इस डेटा में 106 से अधिक देशों के फेसबुक उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी शामिल है। इसमें अमेरिका में 32 मिलियन, ब्रिटेन में 11 मिलियन और भारत में 6 मिलियन के रिकॉर्ड भी शामिल हैं।
फेसबुक डेटा लीक, 2021
फेसबुक डेटा लीक में व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम और फोन नंबर इत्यादि शामिल हैं। वर्तमान डेटा लीक को सबसे बड़ा डेटा उल्लंघन माना जा रहा है क्योंकि लीक हुए डेटा में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग का फोन नंबर भी पाया गया था।
यह डाटा लीक ऐसे समय में आया है जब लोग फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप से सिग्नल जैसे सुरक्षित विकल्प में स्थानांतरित हो रहा है।
डेटा ब्रीच के कारण
डेटा लीक 2019 भेद्यता (vulnerability) से संबंधित है जिसने हर फेसबुक खाते से जुड़े फोन नंबर को उजागर किया है। फेसबुक ने दावा किया कि इस खामी को बहुत पहले ही ठीक किया जा चुका था। हालाँकि, हालिया डेटा ब्रीच से स्पष्ट है कि अभी भी सिस्टम में खामियां मौजूद हैं जो हैकर्स को सहायता प्रदान कर रहे हैं।
डेटा का दुरुपयोग कैसे किया जा सकता है?
हैक किये गये डेटा को कई फोरम पर रखा गया है। इस का विज्ञापनदाताओं द्वारा उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा, अल्पविकसित कौशल वाला कोई भी व्यक्ति साइबर अपराध करने के लिए इन आंकड़ों का उपयोग कर सकता है। इससे पहले मार्च 2018 में, फेसबुक डेटा को यूके स्थित कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा एक्सेस किया गया था। इकट्ठा किए गए डेटा का इस्तेमाल दुनिया भर के राजनीतिक उम्मीदवारों को चुनाव जीतने में मदद करने के लिए किया गया था। इसमें 5.62 लाख से अधिक भारतीयों का डेटा शामिल था।
भारत और फेसबुक
- भारत सरकार के अनुसार, भारत में 52 करोड़ से अधिक व्हाट्सएप उपयोगकर्ता, 21 करोड़ इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता और 41 करोड़ फेसबुक उपयोगकर्ता हैं।
- पश्चिम के कई देशों में डेटा सुरक्षा नियम हैं। सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 43A और 72A डेटा के दुरुपयोग के मामले में मुआवजे का प्रावधान करती है।
- पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल लोकसभा में पास होना बाकी है।विधेयक में डेटा उल्लंघन से संबंधित प्रावधान हैं।