होम आइसोलेशन में क्या खाएं और किन बातों का रखें ध्यान, जानें इस लेख में

 होम आइसोलेशन में क्या खाएं और किन बातों का रखें ध्यान, जानें इस लेख में

देश में कोरोना संक्रमितों की रोजाना तेजी से बढ़ोतरी होने की वजह से सभी लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलना मुष्किल हो रहा है। जिससे कोरोना वायरस से मृत्यु दर में बढ़ोतरी हो गयी है। जिससे लोगों में अफरातफरी व डर का महौल कायम हो रहा है। लेकिन इस दौरान विषेषज्ञ लोगों का कहना है कि कोविड वायरस से संक्रमित क्रिटिकल मरीजों 20 प्रतिषत को ही हॉस्पिटल में एडमिट होने की आवष्यकता है। बाकि अन्य कोरोना संक्रिमतों 80 प्रतिषत मरीज दिषा निर्देशों का पालन करते हुए होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना बीमारी से स्वस्थ हो सकते है।
कोरोना संक्रमित व्यक्ति को संतरा, नारंगी और मौसमी फलों के सेवन करने चाहिए। भोजन में प्रोटीन युक्त दाल को शामिल करें, घर में बना सादा भोजन ही खाया करें। इसके अतिरिक्त भोजन में हल्दी, अदरख और लहसुन जैसे मसाले को उपयोग में लाएं। दिन में लगभग आठ से दस गिलास पानी रोजाना पिया करें।
कोरोना संक्रमित मरीज को कोल्ड ड्रिंक, तला हुआ खाना, पैकेट जूस, मटन, पाल्म ऑयल, फ्रॉइड प्रोस्ेस्ट मीट मक्खन, मटन, चिप्स आदि जैसे खानों से परहेज करना चाहिए।
होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रिमत मरीज की देखभाल करने के लिए 24 से 45 वर्ष का व्यक्ति होना चाहिए। कोरोना संक्रिमत मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति को स्वस्थ होना आवष्यक है। देखभाल करने वाले व्यक्ति कैंसर, डायबिटीज, अस्थमा, हृदय की बीमारी, किडनी की बीमारी, ब्लड प्रेषर जैसे गंभीर बीमारी से ग्रसित नहीं होने चाहिए।
कोरोना संक्रमित मरीज की देखभाल करने के दौरान मास्क व डिस्पोजेबल ग्लब्स का हमेषा उपयोग करे और एक प्लस्टिक के एप्रन का इस्तेमाल करें। एप्रेन को सोडियम हाइपोक्लोराइट से हमेषा साफ करें। करीब छह घंटे पर मास्क बदल कर पेपर बैग में लपेटे, इसे सामान्य कचरे में 72 घंटे के बाद डाले।
हाथों को निरंतर साबुन व पानी से अच्छी तरह 40 सेंकड तक धोएं या हाथों में सेनिटाइजर का उपयोग करें।
अपने चेहरे, नाक व मुंह को बिना हाथ धोएं न छुएं। कोरेना संक्रमित मरीज को उल्टी होने पर तरल पदार्थ व बेड को तत्काल साफ सफाई करें। गर्म पानी द्वारा बेड, चादर आदि को धोकर धूप में सुखाएं।
कोरोना संक्रमित रोगी के सीधे संपर्क में आने से बचे। भोजन देने के समय भी मरीज के सीधे संपर्क में न आएं। मरीज के कमरे के बाहर टेबुल, स्टूल पर रख दें। कोरोना संक्रमित मरीजों द्वारा उपयोग की गई चीजों के संपर्क में आने से परहेज करें। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।

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