कोरोना का कहरः पति की मौत के गम में पत्नी ने गंगा में डूब कर जान दे दी
कोरोना से बीते कुछ दिनों में मौतों के आंकड़ें में वृद्धि दर्ज हुई है। कोरोना के प्रकोप से हो रही मौते ने लोगों को दिमागी तौर पर तोड दिया है। किसी एक सदस्य परिवार में कोरोना संक्रमित हो जाता है तो इसका असर परिवार के सभी सदस्यों पर पड़ता है।
बीते सोमवार को राजधानी पटना के पाटलिपुत्र थाने के अंतर्गत कोरोना से पति अजीत राय की मौत होने पर पत्नी अपने पति की मौत का सदमा नहीं झेल पाई। पति की मौत के गम में आकर पत्नी मंजू देवी (46 वर्ष) ने गंगा में डूब कर जान दे दी। इस घटना से उनके दो बच्चे के सिर से मां और पिता का साया का हट गया।
पटना के गोसाईं टोला में मंजू देवी अपने परिवार के साथ रामजानकी अपार्टमेंट के पीछे रहती थी। पटना तारामंडल के पास मंजू देवी के पति अजीत राय सोना मेडिकल शॉप में काम करते थे। अजित राय कुछ दिन पूर्व कोविड वायरस से संक्रमित हो गये। स्थिति गंभीर होने पर श्रीराम हॉस्पिटल में बोंरिग रोड में एडमिट किया गया। इलाज के दरम्यान् 24 अप्रैल को उनकी मौत हो गयी।
पति अजीत राय की मौत से मंजू देवी बदहवास हो चुकी थी। मंजू देवी अपने घर से 25 अप्रैल की रात साढ़े एक बजे चुपचाप किसी को कुछ बताए निकल गई। मंजू देवी के घर से निकलने के काफी देर बाद घर के किसी सदस्य ने घर में खोजबीन की, घर में नही मिलने पर उसी समय पूरे परिवार के सदस्य मंजू देवी की खोजबीन करने लगे।
सोमवार की सुबह मंजू देवी नही मिलीं तो पाटलिपुत्रा थाने को गुमषुदगी की जानकारी दी गई। सुबह लगभग दस बजे किसी ने गंगा किनारे, सदाकत आश्रम के सामने महिला की लाष होने की खबर दी। महिला की पहचान की गई तो पता चला कि यह मंजू देवी की लाश थी।
पुलिस ने छानबीन के बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि मंजू देवी ने सदमे में आकर जमे हुए पानी में ही गंगा नदी के किनारे अपनी जान दे दी। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।