भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री दल बहादुर कोरी का निधन
देश में कोरोना अब गरीब अमीर में फर्क भूल गया है. हस्तियों , नेताओ, अधिकारियों सब पर मौत बरसा रहा है ये कोरोना. ताजा खबर उत्तर प्रदेश के रायबरेली से हैं. सलोन से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री दल बहादुर कोरी का इलाज के दौरान निधन हो गया है. जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पहले उन्हें लखनऊ के अपोलो अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. शुक्रवार की सुबह अस्पताल में विधायक का देहांत हो गया. उधर विधायक के निधन की खबर से क्षेत्र में गम का माहौल हो गया है. पार्टी के कार्यकर्ता और विधायक के समर्थक उनके घर पहुंच रहे हैं.
दल बहादुर कोरी की हेमशा से एक जमीनी नेता के तौर पर जाने जाते रहें हैं. चाहे वह क्षेत्र की समस्या हो या किसी व्यक्ति की, दल बहादुर हमेशा से ही आगे बढ़कर लोगों की सेवा करते रहे. वह खुद कहते थे कि अगर वह राजनीति में ना आते तो उनका पेशा मजदूरी होता और वह वही काम कर रहे होते. कहते थे चुनाव तो महंगे हो रहे हैं लेकिन मेरी जनता जनार्दन बहुत अच्छी है. मेरे चुनाव में मुझे पोस्टर के खर्च के अलावा और कुछ खर्च नहीं उठाना पड़ता. हम बहुत सस्ते में निपट जाते हैं.
दल बहादुर कोरी पहली बार 1996 मे सलोन विधानसभा से विधायक बने और राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्री काल मे राज्य मंत्री बने. 2004 में दल बहादुर कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन 2014 मे उनका फिर कांग्रेस से मोहभंग हुआ और उन्होंने बीजेपी में शामिल हो जाना ही उचित समझा. इसके बाद 2017 में बीजेपी के टिकट से फिर विधानसभा चुनाव में विजयी हुए. ये दल बहादुर की मेहनत ही थी जो अमेठी लोकसभा की सलोन विधानसभा से बीजेपी ने 2019 के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बड़ी जीत दर्ज करने में कामयाब हुईं.