कोरोना से बचने के लिए कई तरह का आजमाया जा रहा नुस्खा
यूपी में कोरोना संक्रमित मरीज कोरोना से बचने के लिए दवा ईलाज के साथ झाड़-फूंक, दुआ, ताबीज, पूजापाठ और टोना टोटका आदि को भी आजमा रहे है। कोरोना में ऑक्सीजन की समस्या को दूर करने के लिए कुछ लोग पीपल पेड़ के नीचे व कुछ लोग पीपल पेड़ के ऊपर सो रहे है। अस्पतालों में कई जगहों कोरोना से निपटने के लिए भजन किर्तन भी किया जा रहा हैं।
आगरा के नोबरी गांव निवासी विनोद शर्मा पीपड़ वृक्ष के नीचे रोजाना पांच घंटे सोते है। वे इस संबंध में कहते है कि ऑक्सीजन सिलेंडर व विदेशी ऑक्सीजन कंसेंट्रेंटर पर अब वे आश्रित नहीं है वे अब आत्म निर्भर ऑक्सीजन मामले में बन गये है। उन्होंने आगे कहा कि मैं पीपड़ वृक्ष के नीचे करीब पंद्रह दिनों से आकर पांच घंटे बैठ रहा हूँ। मेरा ऑक्सीजन लेवल बिल्कुल फिट है। यहां पर 25 से 30 की संख्या में बुजुर्ग भी आते है उनका भी करीब करीब ऑक्सीजन लेबल कंट्रोल हो चुका है।
कानपुर के अंतर्गत हैलेट अस्पताल कोविड वॉर्ड के बाहर लोग कोरोना को भगाने के लिए भजन गाया जा रहा है। इस तरह कोविड वॉर्ड के अन्दर ईलाज किया जा रहा तो बाहर में भजन किर्तन हो रहा है। खाटू श्याम परिवार के सदस्य गौरव खन्ना ने कहा कि पूरा दरबार गेट के बाहर सजाया गया है और नितिन भैया द्वारा भजन तैयार किया गया है। महामारी से सबको छुटकारा हो जाये और सभी पीड़ित सकुशल होकर अपने घर को चले जाएं।
रायबरेली में एम्स कंपाउंट तथा जिला हॉस्पिटल के परिसर में कोविड वायरस से निजात पाने हेतु हवन किया गया है। मेरठ, हापुड़, मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लोगों के द्वारा मोबाइल हवन किया गया है। प्रदेष में महिलाएं कोरोना को भगाने के चलते मंदिरों में गीत गाती देखी गयी। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।