ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल परीक्षण के दौरान विफल हुआ साबित

 ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल परीक्षण के दौरान विफल हुआ साबित

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का 12 जुलाई सोमवार को ओडिशा के तट पर परीक्षण किया गया, जिसमें यह मिसाइल विफल साबित हुई और टेकऑफ के तुरंत बाद गिर गई। यह दुनिया की इकलौती मिसाइल है जिसे जमीन, हवा और पानी तीनों ही जगहों से लॉन्‍च किया जा सकता है। जो कि टेस्ट फायरिंग के दौरान विफल साबित हुआ।

यह भी पढ़ें: छठे चरण के 400 शिक्षक नियोजन इकाइयों की नियुक्ति पर लगी रोक

बता दें कि इस टेस्ट में मिसाइल के एक्सटेंडेड रेंज वर्जन का परीक्षण किया जा रहा था, जो 450 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।विफलता के कारणों का विश्लेषण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और ब्रह्मोस एयरोस्पेस कॉर्पोरेशन के वैज्ञानिकों की एक संयुक्त टीम द्वारा किया जाएगा।” ब्रह्मोस एक बहुत ही विश्वसनीय मिसाइल है और परीक्षणों के दौरान बहुत कम ही विफल साबित हुई है।

सूत्रों के ब्रह्मोस मिसाइल के विफल होने पर उनका कहना है कि प्रोपल्शन सिस्टम के दिक्कतों के कारण यह मिसाइल विफल हो गई, हालांकि मिसाइल के विफल होने की सटीक वजह पूर्ण परीक्षण विश्लेषण के बाद ही पता चलेगी। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल पहले 300 किमी से कम के लक्ष्य के लिए किया जाता था, लेकिन अब सुपरसोनिक गति के साथ लंबी दूरी पर हमला करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा।

संबंधित खबर -