मीराबाई चानू ने तोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर रचा इतिहास, 21 साल के इंतजार को किया खत्म
भारतीय महिला स्टार वेटलिफ्टर ने तोक्यो ओलिंपिक में पहले दिन ही सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। बता दें कि ओलिंपिक के इतिहास में भारत ने पहले दिन अभी तक कोई मेडल नहीं जीत पाया था। जो कि 26 वर्षीय मीराबाई चानू आज पहले ही दिन सिल्वर मेडल जीतकर खाता खोला है। उन्होंने 49 किलोग्राम वर्ग में पदक अपने नाम किया।
इसके साथ ही मीराबाई ने ओलिंपिक खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा में पदक का भारत का 21 साल का इंतजार खत्म किया। चानू ने क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा और स्नैच में 87 किग्रा से कुल 202 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। मीराबाई चानू ने क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा और स्नैच में 87 किग्रा से कुल 202 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया है।
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मोराबाई चानू के बारे में आपको बता दें कि पिछले ओलिंपिक से अब तक अपने खेल में काफी सुधार किया है। उन्होंने अपनी तकनीक में भी काफी सुधार किया है। चानू 1 मई को स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग की ट्रेनिंग करने के लिए अमेरिका चली गई थी। उन्होंने अपने कोच डॉक्टर आरोन हार्सचिंग के साथ ट्रेनिंग की। साथ ही वही पे उन्होंने अपने कंधे की चोट का इलाज भी करवाया। मीराबाई अमेरिका से सीधा जापान ओलिंपिक के लिए पहुंचीं।
गौरतलब है कि इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी ओलंपिक 2000 में देश को भारोत्तोलन में कांस्य पदक दिलाया था। चीन की होऊ झिऊई ने कुल 210 किग्रा से स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने कुल 194 किग्रा का वजन उठाकर कांस्य पदक हासिल किया।दब;0.