तेजस्वी ने CM नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा, विधानसभा में विधायकों उनके इशारे पर पीटा गया, सदन में देना होगा जवाब

 तेजस्वी ने CM नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा, विधानसभा में विधायकों उनके इशारे पर पीटा गया, सदन में देना होगा जवाब

बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू को गया है। यह 30 जुलाई तक चलेगा। पांच दिन के इस सत्र के शुरू होने के साथ ही यह पता लग गया कि अल्प अवधि का सत्र भी काफी हंगामेदार रहने वाला है। दरअसल बीते दिन सोमवार को शोक प्रस्ताव के बाद विपक्ष के हंगामे के बाद दोनों सदनों को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।तेजस्वी ने आरोप लगाया कि विधानसभा में विधायकों को मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर ही पीटा गया था। इस मामले में केवल दो सिपाहियों को निलंबित कर केवल औपचारिकता की गई है। तेजस्‍वी ने म‍हंगाई , बेरोजगारी और जातिगत जनगणना आदि के अन्‍य मुद्दों को लेकर कहा कि नीतीश सरकार को सदन में सभी बातों के जवाब देने होंगे।

वही, तेजस्वी यादव ने विधानसभा परिसर में मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि 23 मार्च काला दिन था, आज उसका विरोध हम लोग काला मास्क लगाकर कर रहे हैं। हम लोग जनता से जुड़े मुद्दों को उठाते रहे हैं और आगे भी उठाते रहेंगे। लोकतंत्र के मंदिर में विधायकों को पुलिस द्वारा पिटवाया गया, जो गलत था। विधायकों का मान सम्मान नहीं रहेगा, विधायकों को अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जाएगा, तो क्या मतलब रह जाएगा?

आपको बता दें कि तेजस्वी यादव ने कहा 23 मार्च को बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्ष के विधायकों को पुलिस से पिटवाया गया। यह विधानसभा के इतिहास में काला दिवस रहा। इस मामले में कार्रवाई के नाम पर आईवाश किया गया है ।महागठबंधन के विधायक इसका विरोध काला मास्क लगाकर कर रहे हैं। विधायकों को लाखों लोग चुनकर भेजते हैं। विपक्ष का धर्म होता है विरोध करना। विपक्ष विरोध करेगा तो पुलिस से पिटाइएगा।

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