वैशाली जिले के लालगंज में सोमवार को चौधरी पेट्रोल पंप के कर्मी से हुए लूटकांड और अगले दिन जलालपुर में चली गोली का सीधा कनेक्शन
बिहार के वैशाली जिले के लालगंज में सोमवार को चौधरी पेट्रोल पम्प के कर्मी से हुए लूटकांड और अगले दिन जलालपुर गाँव में चली गोली का सीधा कनेक्शन होने की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि पेट्रोल पंप के कर्मी से लूटे गए रुपयों के बंटवारे को लेकर हुए विवाद की वजह से गोली चली जिसमें आदित्य नाम का युवक घायल हो गया। जिसके बाद खुद सदर SDPO राघव दयाल मौके पर पहुँच गए।वही, पुलिस इस मामले पर कुछ भी स्पष्ट बताने से बच रही है।
लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक, चल रही गतिविधियों से यह ज्ञात हो रहा है कि कहीं न कहीं लूटकाण्ड और गोली काण्ड का सीधा कनेक्शन है। अन्यथा SDPO राघव दयाल हो खुद अपने स्तर से लूटकांड की जांच में भिड़े हुए हैं, एक गोली चलने पर आननफानन में हाजीपुर से लालगंज नहीं आ पहुँचते..। आपको बता दें कि सोमवार को लालगंज के महावीर चौक पर चौधरी पेट्रोल पम्प के नाम से चर्चित पेट्रोल पंप के कर्मियों से अपराधियों ने बन्दूक की नोंक पर 12 लाख रूपये लूट लिए थे, जिसके बाद पूरा महकमा बाजार के हर मोड़ पर लगे CCTV की तलाशी ले रहा था और अपराध के चप्पे चप्पे को बारीकी से परख रहा था।
इस वारदात के मामले में
एक तरफ यह कहा जा रहा है कि पेट्रोल पम्प पर मौजूद अपराध जासूसों और कुछ संदिग्ध गतिविधियों ने पुलिस के हाथ अपराधी के गिरेबान तक पहले ही पहुंचा दिए थे। दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा था कि लालगंज के निकलने के हर रास्ते पर पुलिस की नाकेबंदी थी, यानी अपराधी शहर से बाहर नहीं निकले थे। इस लिहाज से भी शक और गहरा गया जब अगले दिन जलालपुर में गोली चली। सवाल यहीं खड़े हो गए कि आखिर बन्दूक आया कहाँ से?
इतना ही नहीं
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार लुटे हुए रुपयों को एक भागीदार ने बेईमानी से अपने कर्ज चुकाने में खर्च कर दिया, जिसके बाद बंटवारे के वक़्त जाने अनजाने में उनसे गोली चल गई। जिससे शक को और मजबूत आधार मिल गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। लेकिन ऐसा भी कहा जा रहा है कि अपराधी ज्यादा दूर नहीं है। अगर इस जुर्म का पर्दाफ़ाश होता है तो जाहिर तौर पर वैशाली प्रशासन शाबाशी के लायक कही जायेगी।