देश में कोयले संकट से न हो बिजली की किल्लत, PM नरेंद्र मोदी करेंगे बैठक
भारत में इन दिनों कोयले संकट की खबर सामने आ रही है। कोयले की कमी के कारण कई जगहों पर बिजली कटौती भी की जा रही है। PM नरेंद्र मोदी बिजली संकट की संभावनाओं पर एक समीक्षा बैठक करेंगे। यह बैठक आज मंगलवार को ही होने की संभावना है। इसके पहले बीते दिन सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई थी। इस बैठक में बिजली मंत्री आरके सिंह, कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी और अन्य कैबिनेट मंत्रियों के साथ कोयला और बिजली मंत्रालयों के प्रभारी मौजूद रहें।
बैठक के दौरान कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि बिजली आपूर्ति में व्यवधान का कोई खतरा नहीं है। बता दें कि कई राज्यों ने कोयले की कमी के कारण ब्लैकआउट पर तत्काल चिंता जताई है। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल और पंजाब के चरणजीत चन्नी सहित कई मुख्यमंत्रियों ने केंद्र को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि बिजली की स्थिति गंभीर हो गई है। उन्होंने राज्यों को कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए PM मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है।
जानकारी के मुताबिक, सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, देश के कई थर्मल प्लांट कोयले के भंडार की अभूतपूर्व कमी का सामना कर रहे हैं। इससे बिजली संकट पैदा हो सकता है। 5 अक्टूबर को बिजली उत्पादन के लिए कोयले का उपयोग करने वाले 135 संयंत्रों में से 106 या तो क्रिटिकल या फिर सुपरक्रिटिकल चरण में थे। यानी उनके पास अगले 6-7 दिनों के लिए ही स्टॉक था।वही, केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने सोमवार को बीएसईएस अधिकारियों, एनटीपीसी और बिजली मंत्रालय के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और पुष्टि की कि आपूर्ति और मांग चैनलों से संबंधित कोई समस्या नहीं है जो बिजली संकट पैदा कर सकती है।