बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय पहली बार आए जहानाबाद, अपने शुभचिंतकों से मिलकर आगामी कार्यक्रमों पर की चर्चा

 बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय पहली बार आए जहानाबाद, अपने शुभचिंतकों से मिलकर आगामी कार्यक्रमों पर की चर्चा

बिहार के पूर्व DGP और वर्तमान में कथावाचक गुप्तेश्वर पांडेय ने बीते दिन शनिवार को अवकाश ग्रहण करने के बाद पहली बार जहानाबाद आए थे।जहां उन्होंने अपने शुभचिंतकों से मिलकर आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर ग्रहण विचार विमर्श किया। वही, स्थानीय परिसदन में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व डीजीपी द्वारा बनाए गए नगर संसद के सचिव संतोष श्रीवास्तव ने की। इस मौके पर पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने उपस्थित लोगों को आध्यात्म की जानकारी दी।

पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने लोगों को बताया कि जीवन का आनंद आध्यात्म में है। उन्होंने भागवत कथा, रामकथा एवं अन्य कथाओं के बारे में विस्तृत ढंग से चर्चा की। उन्होंने कहा कि कथावाचन में भागवत कथा सबसे महत्वपूर्ण एवं इसकी जानकारी के लिए वर्षों अध्ययन की आवश्यकता है।उन्होंने ये भी बताया कि सर्विस के समय से ही भागवत कथा की ओर मेरा झुकाव था। उसके बाद धीरे-धीरे ज्ञान प्राप्त हुआ।

जानकारी के मुताबिक, आपको बता दें कि इस मौके पर शिक्षाविद् राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त डॉ एस के सुनील, समाजसेवी मारकण्डे कुमार आजाद उर्फ ललन के अलावे लक्ष्मी सांगवेद संस्कृत उच्च विद्यालय के प्राचार्य उपेंद्र कुमार, मुस्सी संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य नारायण निराला, पंडित विष्णुचित, मुज्जफरपुर के डॉ. संजय पंकज, डॉ देवव्रत अकेला तथा गोपाल फलक सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे। परिसदन आगमन पर संस्कृत शिक्षकों द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ पूर्व डीजीपी सह कथावाचक गुप्तेश्वर पांडेय का स्वागत किया गया।

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