National Unity Day 2021: आज है सरदार वल्लभ भाई पटेल की 146वीं जयंती, जानिए लौहपुरुष के बारे में विशेष बातें
National Unity Day 2021 : आज 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की 146वीं जयंती है। देश में आजादी के बाद राष्ट्रीय एकता के एक सूत्र में पिरोने वाले लौहपुरुष सरदार पटेल की जयंती पर गृह मंत्री अमित शाह ने श्रद्धांजलि अर्पित की। सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली NDA सरकार में मनाया गया था। सरदार पटेल आजादी के बाद देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी थे।
आज हम आप सभी को एकता दिवस 2021 के मौके पर सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन से जुड़ी कुछ विशेष बातें बताने जा रही हूं।
- सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था। लंदन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की और वापस आकर अहमदाबाद में वकालत करने लगे। इस दौरान आजादी की लड़ाई जोर पकड़ रही तो पटेल भी महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में कुद पड़े।
- सरदार पटेल का स्वतंत्रता आंदोलन में पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था। उन्होंने 1928 में हुए बारदोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्त्व भी किया।
- स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देशी रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में मिलाकर एक भारत राष्ट्र का निर्माण कराया।
- सरदार पटेल का ही विजन था कि भारतीय प्रशासनिक सेवाएं देश को एक रखने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं को मजबूत बनाने पर कापी जोर दिया। उन्होंने सिविल सेवाओं को स्टील फ्रेम कहा था।