मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजना आई काम, बिहार में अब 1000 पुरुषों पर 1090 महिलाएं

 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजना आई काम, बिहार में अब 1000 पुरुषों पर 1090 महिलाएं

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजना काम कर गई है। राज्य में अब 1000 पुरुषों पर महिलाओं की आबादी 1090 हो गई है। नीतीश सरकार द्वारा राज्य में संचालित महिला सशक्तीकरण योजनाओं सहित विभिन्न योजनाओं के लगातार जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन के कारण लिंगानुपात में विकसित व पड़ोसी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। बिहार में बालिकाओं के जन्म, शिक्षा, रोजगार, सुरक्षा सहित विविध विषयों को लेकर कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसका देन हैं कि आज बिहार में पुरुषों के अपेक्षा महिलाओं की संख्या में वृद्धि हुई है।

आपको बता दें बिहार सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं ने महिलाओं की संख्या बढ़ाने में व्यापक प्रभाव डाला है। साथ ही भ्रूण जांच और हत्या पर सख्ती बरते जाने के कारण गर्भस्थ शिशु के लिंग का निर्धारण कर पाना मुश्किल हो गया है। वहीं, कन्या विवाह योजना के कारण बालिका शिशु के विवाह को लेकर बड़ी बाधाएं दूर हो गयी हैं। इसके तहत बीपीएल परिवार की दो कन्याओं को आर्थिक सहायता दी जा रही है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत इंटर उत्तीर्ण अविवाहित छात्राओं को 25 हजार रुपये और स्नातक की सभी छात्राओं को 50 हजार रुपये भुगतान किया जा रहा है।

राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS)-5 के आंकड़ों के अनुसार विकसित राज्यों महाराष्ट्र में प्रति हजार पुरुषों पर 966, गुजरात में 965, आंध्रप्रदेश में 1045, गोवा में 1027, तेलंगाना में 1049, तमिलनाडु में 1088 है, जो बिहार से कम है। वहीं, पड़ोसी राज्यों में उत्तरप्रदेश में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 1017, झारखंड में 1050, पश्चिम बंगाल में 1049, मध्यप्रदेश में 970 व ओडिशा में 1063 है। हालांकि, लक्ष्यद्वीप में प्रति हजार पुरुषों पर 1187, केरल में 1121 व पुडुचेरी में 1112 महिलाएं हैं।

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