बिहार : मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान हुई लापरवाही से कई मरीजों की निकलनी पड़ी आंखे
बिहार के मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान चिकित्साकर्मियों के बड़ी लापरवाही से कई मरीजों के जिंदगी में अंधेरा छा गया है। मोतियाबिंद के ऑपरेशन कई मरीजों के संक्रमित आंख को निकालनी पड़ी है। यह समस्या और गंभीर होती जा रही है। बीते मंगलवार को भी SKMCH में दो मरीजों की संक्रमित आंख निकालनी पड़ी थी। इसके पहले ऑपरेशन के दूसरे दिन ही स्थिति गंभीर होने पर आई अस्पताल ने आनन-फानन में 4 मरीजों की आंख निकाल दी थी। वही, मामला दबाने के प्रयास में अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग या जिला प्रशासन तक को नहीं दी थी।
मिली जानकारी के अनुसार, बीते मंगलवार को जांच टीम की सख्ती के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पहले ही 4 लोगों की आंख निकालने की बात को स्वीकार किया। जांच टीम ने आशंका जताई है कि अभी एक दर्जन से अधिक मरीजों की आंख निकालनी पड़ सकती है। ऑपरेशन कराने वाले ज्यादातर मरीजों का कॉर्निया बेकार हो गया है। कई मरीजों में संक्रमण ब्रेन तक पहुंचने का खतरा है।वही 6 पीड़ितों की हालत गंभीर है। इन सबकी आंख आज बुधवार को SKMCH में निकाली जाएगी। DM प्रणव कुमार ने अब अगले आदेश तक के लिए मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में ऑपरेशन पर रोक लगा दी है। आई हॉस्पिटल में ऑपरेशन में लापरवाही के कारण लोगों की आंख की रोशनी जाने से मामला मंगलवार को गरमाया हुआ था।
आपको बता दें, स्वास्थ्य विभाग के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी अलर्ट मोड में दिखे। डीएम के आदेश पर ACMO डॉ.सुभाष प्रसाद सिंह के नेतृत्व में बनी जांच टीम लगभग 11 बजे आई हॉस्पिटल पहुंची। अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों के साथ ही ऑपरेशन करने वाले डॉ. एनडी साहू को भी बुलाया गया था। गौरतलब है कि सोमवार को डॉ. साहू ने इस बात से इनकार कर दिया था कि उन्होंने ऑपरेशन किया है। मंगलवार को जांच टीम के सामने उन्होंने ऑपरेशन करने की बात को स्वीकारा है।