चुनावी रंजिश में दो पक्षो के बीच हुई जमकर मारपीट में एक दर्जन लोग घायल
मुखिया प्रतिनिधि को वोट नही देने पर आपके हाथ पैर तोड़े जा सकते है, सर फोड़ा जा सकता है, मामला बढ़ा तो बात खून खराबे तक भी जा सकती है. क्योंकि ये बिहार है, यहाँ नीतीश बाबु के सुशासन की सरकार है और यहाँ प्रशासन दारु और बालू पकड़ने में व्यस्त है. अपराधी पकड़ें का टाइम कहाँ.
पंचायत चुनाव का लोकतंत्र देखिये, जहाँ मुखिया पर दबंगी का खुल्ला आरोप लगा रहे हैं ये ताजे गहरे जख्म. मामला है वैशाली जिले के महनार प्रखंड का, जहाँ शुक्रवार को मतगणना संपन्न हुई है. पंचायत चुनाव मतगणना समाप्त हुई और इधर नेता जी का नेतागिरी शुरू, गुंडई चालू. वही नेता जी , जो कल तक हाथ जोड़ के वोट मांग रहे थे. ये घटना लोकतंत्र में जनता को उसकी औकात दिखाती है.
महनार के सरमसपुर गाँव में चुनावी रंजिश में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हो गई, जिसमें कईयों के सर फूटे. जख्म की तो बात ही मत कीजिये. दोनो ओर से हुई मारपीट की इस घटना में दोनों तरफ से कई महिला समेत एक दर्जन लोग घायल हो गए।
घटना महनार थाना क्षेत्र के सरमसपुर गांव की है, जंहा चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षो के बीच जमकर मारपीट हुई है। घटना को लेकर घायल एक पक्ष का आरोप है कि मुखिया प्रत्याशी को वोट नही करने को लेकर मुखिया प्रत्याशी के पति एवं अन्य लोगो ने लाठी डंडे के साथ हथियार के बट से हमला कर मारपीट किया।
आरोप है कि अचानक हमला कर मारपीट किया गया है। मारपीट में घायल सभी लोगों को महनार एवं जंदाहा PHC में भर्ती किया गया है जहाँ उनका इलाज चल रहा है। वही पुलिस मामले की छानवीन में जुटी हुई है।