सौगात : बिहार में वाल्मीकिनगर के बाद कैमूर में बनेगा दूसरा टाइगर रिजर्व, इस क्षेत्र को होगा फायदा
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय बिहार में वाल्मीकिनगर के बाद कैमूर में दूसरे टाइगर रिजर्व के लिए कार्यों को मूर्त रूप दे रहा है। 5 जनवरी बुधवार को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की 19वीं बैठक में इस पर चर्चा की गई। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने की।
जानकारी के मुताबिक, जल्द ही वाल्मीकिनगर के बाद कैमूर में बिहार को दूसरा टाइगर रिजर्व का सौगात मिलेगा। कैमूर टाइगर रिजर्व होने से पर्यटन के दृष्टिकोण से पूरे शाहाबाद क्षेत्र को फायदा होगा। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान अक्सर स्थानीय लोग यहां पर बाघ देखने के बारे में बताते रहते हैं। इस संबंध में मंत्रालय भी लगातार एक्टिव था।
आपको बता दें, 70 के दशक में यहां बड़ी संख्या में बाघ होते थे। जिसके बारे में स्थानीय लोगों ने बताया था।केंद्र सरकार देश में बाघ संरक्षण के अगले दशक के लिए भविष्य और बहुआयामी रणनीति पर काम कर रही है। देश में 51 टाइगर रिजर्व हैं। अधिक से अधिक क्षेत्रों को टाइगर रिजर्व नेटवर्क के तहत लाने के कोशिश किए जा रहे हैं। पूरे शाहाबाद क्षेत्र में वन अभ्यारण को लेकर कार्य हो रहा है।