अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल जारी, पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल जारी है। कच्चे तेल के दाम पिछले 7 साल का रिकार्ड तोड़ते हुए 85 डॉलर प्रति बैरल को पार कर चुकी है। लेकिन पिछले करीब ढाई महीने से पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर हैं। इस बीच कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है।
तत्कालिक तौर पर भले ही यह राहत दिख रही हो, लेकिन चुनाव बाद पेट्रोल-डीजल के दाम में करीब 5 रुपये की बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 4 नवंबर 2021 को उत्पाद शुल्क में कटौती की थी। उसके बाद दाम स्थिर हैं। हालांकि, इसके बाद कई राज्यों में वैट कम करने से दाम कम जरूर हुए है, पर कोई वृद्धि नहीं हुई।
आपको बता दें, विपक्ष इसे चुनाव से जोड़ रहा है। क्योंकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार दाम बढ़ रहे हैं। अक्तूबर 2014 के बाद कीमत रिकार्ड स्तर पर हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढने के बावजूद कीमत स्थिर रही थी। पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु चुनाव के दौरान भी दाम स्थिर रहे थे।