जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 132 फरियादियों की सुनी फरियाद, अधिकारियों को दिए निर्देश

 जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 132 फरियादियों की सुनी फरियाद, अधिकारियों को दिए  निर्देश

पटना : 11 अप्रैल सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 4 देशरत्न मार्ग स्थित सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार कार्यक्रम में शामिल हुए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 132 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए । ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग, वित्त विभाग, संसदीय कार्य विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी।


जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में पूर्णिया से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि हमारे क्षेत्र में उप स्वास्थ्य केन्द्र पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। इस अवैध कब्जा को तुरंत हटाया जाए ताकि उप स्वास्थ्य केंद्र सुचारु ढंग से संचालित हो सके । मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को इस पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वही मुंगेर से आयी एक फरियादी ने शिकायत करते हुए कहा कि उनकी बेटी की मौत एक साल पहले सर्पदंश की वजह से हो गई थी लेकिन सरकार की तरफ से तय मुआवजे की राशि अब तक नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को इस पर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।


भागलपुर से आए एक शिकायतकर्ता ने कहा कि हमारे इलाके में स्वास्थ्य केन्द्र का संचालन प्राइवेट मकान में हो रहा है, जबकि बिल्डिंग के लिए जमीन भी मुहैया करवा दिया गया है लेकिन उस पर भवन का निर्माण नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। शिवहर से आए एक फरियादी ने कहा कि हमने अंतरजातीय शादी की है। इसकी सूचना समाज कल्याण विभाग को दी गयी है। सारी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद भी मुझे प्रोत्साहन राशि नहीं उपलब्ध करायी गई है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

इसके आलावा मुजफ्फरपुर के एक व्यक्ति ने बताया कि उनके प्रखंड में टोला सेवकों को नियुक्ति पत्र नहीं प्रदान किया गया है। वहीं मुजफ्फरपुर की अन्य महिला ने आंगनबाड़ी केंद्र में सेविका के पद पर नियुक्ति में अनियमितता का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।लखीसराय की एक लड़की ने मुख्यमंत्री से बालिका प्रोत्साहन योजना का लाभ नहीं मिलने की शिकायत की। वहीं कटिहार की एक लड़की ने भी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड नहीं मिलने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने की कई छात्र-छात्राओं की शिकायत आई है, इन्हें जल्द से जल्द भुगतान कराएं।

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