भागलपुर न्यूज़ : आयुष्मान भारत के ज्यादातर मरीज निजी अस्पताल में क्यों जा रहे है ? आयुक्त ने सिविल सर्जन से मांगा जवाब
बिहार के भागलपुर जिले के आयुक्त ने बीते दिन बुधवार को आयुष्मान भारत और जेनरिक दवा की समीक्षा की। समीक्षा में पता चला कि ज्यादातर मरीज निजी अस्पतालों में जा रहे हैं। आयु्क्त ने इसे लेकर सिविल सर्जन से जवाब मांगी है। आयुक्त के सचिव मो. वारिस खान ने बताया कि बैठक में आयुष्मान कार्ड की प्रगति संतोषजनक नहीं पायी गयी। आयुक्त ने इस पर नाराजगी जताते हुए अभियान चलाकर कार्ड बनाने का निर्देश दिया।
आपको बता दें बैठक में यह भी बताया गया कि जिले में 14 लाख से अधिक लोगों का आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड बनाना है। उसमें से दो लाख 11 हजार लोगों का कार्ड बना है। आयुक्त ने सिविल सर्जन से कम कार्ड बनने के कारणों की जानकारी मांगी।
वही, सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि जागरूकता के अभाव में कम लोग कार्ड बनवाने आ रहे हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार और वर्तमान के दस्तावेजों में अंतर आने के चलते भी सभी का कार्ड बनाने में परेशानी हो रही है। समीक्षा में पाया गया कि नाथनगर में अधिक और ग्रामीण क्षेत्र के प्रखंडों में कार्ड बनाने की संख्या काफी कम है। जिले के 17 गांवों में एक भी कार्ड नहीं बना है।