बिहार में बाढ़ की तैयारी शूरू, बाढ़ प्रभावित सभी इलाकों में जरूरी दवाओं का किया जाएगा भंडारण
बिहार में मानसून के आगमन और बाढ़ से पहले तैयारी शूरू हो गई है। इसके के लिए बाढ़ प्रभावित सभी इलाकों के अस्पतालों में जरूरी दवाओं का भंडारण किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने सभी क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं एवं जिलों के सिविल सर्जनों को जिला व प्रखंड मुख्यालय स्थित अस्पतालों में दवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। जरूरी दवाओं में जल जनित रोगों एवं महामारी की रोकथाम को लेकर आवश्यक दवाओं को शामिल किया जाएगा।
विभाग ने कहा है कि राज्य में संभावित बाढ़ एवं इससे उत्पन्न स्थिति के कारण जानमाल की क्षति के अलावा जलजनित रोगों, महामारी फैलने की संभावना को देखते हुए उसकी रोकथाम हेतु पहले से ही प्रभावकारी कदम उठाये जाने की आवश्यकता है। ताकि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाले मरीजों का समुचित उपचार समय रहित किया जा सके। गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सभी जिलों को बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) भेजी गयी है।
आपको बता दें जिला मुख्यालय में 50 हजार एवं प्रखंड स्तर पर 10 हजार हैलोजन टैबलेट उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया है। वहीं, ORS पैकेट भी जिला एवं प्रखंड अस्पतालों में 50-50 हजार की संख्या में उपलब्ध कराए जाएंगे। सांप काटने की दवा 1000 वायल जिलों में और 50 वायल प्रखंडों में, कुत्ता काटने की दवा 750 वायल जिलों में और 30-30 वायल प्रखंडों में रखने के निर्देश दिए गए है। वहीं, 30 हजार जिंक टैबलेट जिलों में और 3000 प्रखंडों में भंडारित करने के निर्देश दिए गए है।