बिहार बंद के दौरान पटना में विभिन्न छात्र संगठनों के द्वारा पटना को बंद करा कर बंदी को सफल बनाया
पटना : आज 18 शनिवार को घोषित बिहार बंद के तहत पटना में संयुक्त छात्र मोर्चे के बैनर तले सैकड़ों छात्र पटना विश्वविद्यालय गेट के पास पहुंचे कर अशोक राजपथ को जाम किया गया। फिर वहां से गगनचुंबी नारेबाजी करते हुए लोकतांत्रिक ढंग से शांतिपूर्ण मार्च करते हुए गांधी मैदान पर पहुंचा। जहां बड़ी तादाद में पुलिस ने सभी छात्रों को बल पूर्वक रोका जबकी आंदोलनकारी डाकबंगला गोलंबर जाने की मांग कर रहे थे जिसके बाद पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर लाठीचार्ज किया। इसके बाद तमाम छात्र वहीं रोड पर बैठकर नारेबाजी करने लगें।
वही AISF के छात्र नेता पुष्पेंद्र शुक्ला, DYFI के मनोज चंद्रवंशी और AISA के राज्य अध्यक्ष विकास कुमार ने संयुक्त रूप से कहा है कि ये सरकार पुलिस और लाठी गोली के दम पर आन्दोलन को दबा नही सकती। जबतक नरेंद्र मोदी ये अग्निपथ तुगलकी फ़रमान वापस नहीं लेती है तबतक पूरे देश में हमारा संगठन छात्रों को गोलबंद कर और चरणबद्ध आंदोलन करेगी। इसके बाद तमाम छात्र संगठन वहीं रोड पर ही एक सभा का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता AISA के दिव्यम ने किया। इस सभा में AISF के पटना जिला सचिव मीर सैफ अली और सरोज सुमन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमलोग लोकतांत्रिक ढंग से अग्निपथ का विरोध कर रहे हैं फिर भी ये पुलिस हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रही है हमपर बल प्रयोग कर रही हैं।
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आपको बता दें सभा को संबोधित करते हुए AIDSO के निकोलाई ने कहा है कि ये सरकार लगातार छात्र नौजवान किसान मजदूरों को उकसा रही है सरकार अगर सचेत नही होती है तो फिर सरकार को इसका अंजाम चुनाव में भुगतना पड़ेगा। वही दिशा के छात्र नेता अजित ने अपनी बातों को रखते हुए कहा है कि सरकार जिस तरह से बेरोजगार नौजवानों के छत्ते में हाथ डाली है उसी का परिणाम है कि आज छात्र नौजवान काफी आक्रोशित है अगर सरकार अग्निपथ योजना को वापस नही लेती है तो फिर सभी नौजवान सत्ता से हटाने का काम करेगी। इस बिहार बंद के आन्दोलन में आए सैकड़ों छात्र नौजवानों ने एक स्वर में अग्निपथ का विरोध किया है। इस आंदोलन में AISF के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार, राज कुमार साही, अमन लाल, तौसिक आलम, अभिमन्यु, समीर, अफजल गनी, निरज यादव, चंदन सहित सैकड़ों छात्र सामिल थें।