बौद्धिक विचार मंच का वार्षिकोत्सव एवं काव्य गोष्ठी, काव्य गोष्ठी मे मंच पर केवल महिला कवयित्री आई नजर, क्योंकि महादेवी वर्मा की पुण्य तिथि थी

 बौद्धिक विचार मंच का वार्षिकोत्सव एवं काव्य गोष्ठी, काव्य गोष्ठी मे मंच पर केवल महिला कवयित्री आई नजर, क्योंकि महादेवी वर्मा की पुण्य तिथि थी

हाजीपुर : पेन्सनर्स भवन, हाजीपुर में बौद्धिक विचार मंच का वार्षिकोत्सव समारोह के पहले सत्र में बौद्धिक मंच के संगठन और विचारधारा पर गोष्ठी हुआ। दूसरे सत्र में कविगोष्ठी का आगाज हुआ। सभा की अध्यक्षता साहित्यकार कवि रवींद्र कुमार ने किया ।सभा का उदघाटन श्री दसई चौधरी,पूर्व केन्द्रिय मंत्री सह जद यू के राष्ट्रीय महामंत्री ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य आतिथि श्री नंद किशोर सिंह राज्य कर अपर आयुक्त विशिष्ट अतिथिद्वै श्री जनार्दन प्रसाद सिंह पूर्व प्राचार्य एव श्री सुरेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव , शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य सह पूर्व जिला शिक्षा अधीक्षक थे ।सभा में विषय प्रवेश श्री विपिन चंद्र विप्लवी सेवा निवृत उप निर्वाचन पदाधिकारी सह सरक्षक ने विषय प्रवेश कराते हुए बौद्धिक मंच के उत्पत्ति एवं विकास पर प्रकाश डाला। बारी – बारी से मनचासीन सभी को माला पहना कर स्वागत किया गया । अध्यक्ष श्री रतन ने मंच का संचालन भी किया।

श्री रतन ने स्वागत और अभिनंदन करते हुए पहले उद्घाटन कर्ता श्री दसई जी को 74 के आन्दोलन का साथी बताते हुए उनकी प्रशंसा करते हुए उन्हे गरिबो का मसीहा कहा । फ़िर मुख्य अतिथि का स्वागत कर उन्हे एक कुशल प्रशासक और मानवीय गुणो से ओत प्रोत बताया। विशिष्ठ अतिथि पूर्व प्राचार्य को स्वागत करते हुए समाज का सच्चा सेवक बताया । मुख्य अतिथि द्वै श्री सुरेन्द्र प्रसाद श्रीवास्यव के स्वागत मे उन्हे आज कामहान शिक्षा विद बताते हुए कुशल प्रशासक भी कहा। महामंत्री चंद्र भूषण एवं उपाध्यक्ष सच्चिदा बाबू का भी स्वागत किया। श्री विप्पिन विप्लवी जी का स्वागत करते हुयेए वीर कुआरसिंह से भी बड़ा सहित्यिक योद्धा बताया। और सभी आगत अतिथियो के दर्शक दीर्घा में बैठे तमाम लोगो का स्वागत किया,कवि मणि भूषण,कवित्री डा 0 प्रतिभा परासर, मेद्नी मेनन डा0 महेंद्र प्रियदर्शी आदि अपने उद्घाटन भाषण मे बौद्धिक समाज की तारिफ करते हुए बौद्धिक मंच के विकास में हर तरह से मदत करने का आश्वासन दिया।

मुख्य अतिथि श्री नंद किशोर सिंह ने बौद्धिक मंच के विकास के रास्ते एवं उसके प्रगति के रास्ते को प्रशस्थ किया l श्री जनार्दन बाबू ने देश और समाज के विकास में बुद्धिजीवियों के योगदान पर प्रकाश डाला ।श्री सुरेन्द्र श्रीवास्तव ने बौद्धिक समाज के योगदान की प्रशंसा करते हुए पुस्तकालय की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।अन्त मे डा 0 शत्रुघन राय शाशांक को, श्री सुधांशु चक्रवर्ती , श्री धर्मेंद्र कुमार शर्मा , मानवाधिकार इंडिया न्यूज को,स्नेह प्रिय अर्णव शांडील्य, श्री मती डा 0पूर्णिमा श्रीवाद्तव एवं श्रीमती रश्मि चौधरी को साहित्य एवं काव्य के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य के लिए अंग वस्त्र एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

अपने अध्य्क्षीय भाषण में श्री रतन ने विपिन विप्लवी, सच्चिदानंद सिंह एवं महामंत्री श्री चंद्र भूषण सिंह शशी के सहयोग की प्रशंसा के साथ विप्लवी जी के पोता की तारिफ भी की, जिसने काफी स्नेह और सहयोग दिया। दूसरे सत्र मे कवि सम्मेलन हुया जिसमे डा 0 प्रतिभा परासर ‘डा 0 पूर्णिमा कुमारी श्रीवास्तव’ रश्मि चौधरी ‘मणिभूषण सिंह अकेला’ डा महेंद्र प्रियदर्शी , चन्द्नी कुमारी’ कविता नारायणन ‘ विनोद कुमार सिंह ‘कवि सरस्वती जी आदि ने भाग लिया। कवयित्री प्रतिभा परासर की अध्यक्ष्ता एवं मेद्नी मेनन के संचालन में कवि सम्मेलन का आगाज हुआ।कविओ ने खूब तालियां बटोरी । भविष्य में भी अच्छा करने वाले प्रतिभागियों को यथोचित सम्मान दिया जाएगा ।अन्त मे चंद्र भूषण शशी ने धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार व्यक्त करने का काम कियाI

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