CM नीतीश के हड़काने का दिख रहा असर, हालांकि अब भी लक्ष्य से काफी दूर है कोरोना की जांच
Patna : बिहार में कोरोना संक्रमण से हाय तौबा मची है। कोरोना संकट में बिहार की तैयारी की पोल खुल गयी है। बिहार पहला ऐसा राज्य है जहां आबादी के अनुसार कोरोना जांच की रफ्तार सबसे कम है। छोटे से राज्य दिल्ली में कोरोना सैंपल जांच की संख्या बिहार की तुलना में काफी अधिक है।
सीएम नीतीश बार बार कोरोना सैंपल की जांच की संख्या बढ़ाने की निर्देश देते रहे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कान में तेल डाल कर सोए रहे। कुछ दिन पहले भारी मीटिंग में ही सीएम नीतीश ने कोरोना जांच की धीमी गति पर प्रधान सचिव को फटकार लगाई थी और कहा था कि जांच नहीं बढ़ रही तो विभाग को छोड़ दें।
उन्होंने कहा था कि छोटे से राज्य दिल्ली जब प्रतिदिन 28 हजार सैंपल की जांच कर सकता है तो फिर हम क्यों नहीं कर सकते हैं? सीएम नीतीश के हड़काने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नींद से जागे हैं और अब सैंपल जांच की संख्या में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है।
अब कोरोना की जांच 20000 के पार पहुंच गई है। हालांकि अभी भी जो लक्ष्य है उस लक्ष्य से बिहार सरकार काफी पीछे है।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में कोरोना जांच का आंकड़ा प्रतिदिन 20 हज़ार के पार पहुँच गया हैI आज कुल 20,801 लोगों की जांच हुई है। अभी तक कुल लगभग 5 लाख 26 हज़ार जांच पूरे हुए हैं I