स्वामी विवेकानंद जी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनायी जाती है(डा. नम्रता आनंद)

 स्वामी विवेकानंद जी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनायी जाती है(डा. नम्रता आनंद)


“उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए”
हर साल 12 जनवरी को स्‍वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जाती है। यह दिन देश के उन युवाओं को समर्पित किया जाता है, जो भारत के लिए एक स्वस्थ और बेहतर भविष्य को आकार देने की क्षमता रखते हैं। स्वामी विवेकानंद का युवाओं से गहरा नाता था, इसलिए उनके जन्‍म दिवस को युवाओं के लिए समर्पित किया गया है। स्वामी विवेकानंद युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं।

उन्होंने कई मौकों पर अपने अनमोल विचारों और प्रेरणादायक वचनों से युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। इसीलिए स्वामी विवेकानंद जी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 11 सितंबर 1893 में अमेरिका में धर्म संसद का आयोजन हुआ, जिसमें स्वामी विवेकानंद भी शामिल हुए थे। यहां उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत हिंदी में ये कहकर की कि ‘अमेरिका के भाइयों और बहनों’। उनके भाषण पर आर्ट इंस्टीट्यूट ऑफ शिकागो में पूरे दो मिनट तक तालियां बजती रहीं। जो भारत के इतिहास में एक गर्व और सम्मान की घटना के तौर पर दर्ज हो गई।

स्वामी विवेकानंद ने कहा था उठो, जागो, और ध्येय की प्राप्ति तक रूको मत।स्वामी विवेकानंद जीवन भर संन्याोसी रहे और अपनी आख़िरी सांस तक वह समाज की भलाई के लिए काम करते रहे. स्वामी विवेकानंद की कही बातें दुनिया भर के लोगों को प्रेरणा देती हैं।स्वामी विवेकानंद ने न सिर्फ भारत के उत्थाान के लिए काम किया बल्कि लोगों को जीवन जीने की कला भी सिखाई।

अमेरिका में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले, वेदांत के विख्यात व प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु, युवाओं के प्रेरणास्रोत और रामकृष्ण मिशन की स्थापना करने वाले आदरणीय स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमनआप सबों को उनके जन्मदिवस पे मनाये जाने वाले राष्ट्रीय युवा दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाए!

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