पुलवामा आतंकी हमले के चार साल पूरे, शहीद हुए बिहार के जवानों को अब तक मिला सम्मान
पुलवामा में आतंकी हमले को आज चार साल पूरे हो गए। आज ही के दिन 14 फरवरी को हमला हुआ था I इस हमले में हमारे देश के 44 जवान शहीद हो गए I हमले में शहीद हुए बिहार के जवानों को अब तक सही मायनों में सम्मान तक नहीं मिल सका है। शहादत के समय सरकार ने कई घोषणाएं की थी जो आज चार साल बाद भी पूरी नहीं हो पाई है।
आपको बता दें हमले में बिहार के दो जवान शहीद हुए थे, जिनमें भागलपुर के सन्हाैला प्रखंड की मदारगंज पंचायत के रतनपुर गांव के रतन ठाकुर और पटना के तारेगना में मठिया निवासी संजय सिन्हा थे। रतन ठाकुर के गांव में लाइब्रेरी और प्रतिमा लगाने की घोषणा हुई थी। लाइब्रेरी भवन का निर्माण अधूरा है तो प्रतिमा बनकर तैयार है लेकिन लगाने के लिए जगह अब तक नहीं मिल सकी है।
वहीं, शहीद संजय सिन्हा के घर से तरेगना रेलवे गुमटी बस पड़ाव तक सड़क बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की थी जो आज तक नहीं बन पाई है। अब शहीद के परिजन इन योजनाओं को पूरी होने की आस देख रहे हैं। आज मंगलवार काे शहीद रतन ठाकुर की पुण्यतिथि मनाई जाएगी। शहीद की याद में गांव में प्रवेश करने के साथ सिर्फ एक गेट नजर आता है। प्रतिमा बनकर रखी हुई है, लेकिन उसे लगाने के लिए जगह नहीं मिल सकी है। लाइब्रेरी भवन का निर्माण अधूरा है। पिता राम निरंजन सिंह ने बताया कि डीएम कार्यालय का चक्कर लगाकर थक गए हैं। शहीद के परिवार को घर-जमीन देने की बात कही गई थी। अब तक नहीं मिला।