वेतन वृद्धि को लेकर महिला पर्यवेक्षिका धरना पर बैठी, मांगे पूरी नहीं हुई तो सचिवालय के सामने करेंगी आत्मदाह

 वेतन वृद्धि को लेकर महिला पर्यवेक्षिका धरना पर बैठी, मांगे पूरी नहीं हुई तो सचिवालय के सामने करेंगी आत्मदाह

महिला पर्यवेक्षिका एवं कर्मचारी संघ के ने आईसीडीएस कार्यालय में वेतन वृद्धि को लेकर धरना प्रदर्शन किया। धरने में 2200 महिला पर्यवेक्षिका शामिल हैं। प्रदर्शन कर रही महिलाओं का आरोप है कि ईपीएफ की राशि कटौती के बाद भी उनके खाते में नहीं आती। बड़े अधिकारी इस मामले में घपला कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी मांग अगर पूरी नहीं होती तो शुक्रवार सचिवालय के बाहर आत्मदाह करेंगी।

समाज कल्याण विभाग के आईसीडीएस की अध्यक्ष प्रीति कुमारी ने बताया कि बाल विकास परियोजना कार्यालय एवं जिला प्रोग्राम कार्यालय के स्थायी पद के विरूद्ध संविदा पर कार्यरत महिला पर्यवेक्षिका, सांख्यिकी सहायक, लेखापाल – सह – भंडारपाल, निम्नवर्गीय लिपिक एवं कार्यायल परिचारी पिछले 12 वर्षों से सरकार के महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे कुपोषण दूर भगाओ, सही पोषण देश रोशन एवं आईसीडीएस. के सभी योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने का काम करती हैं।

इसके अलावा भी विभाग की तरफ से जो काम दिया जाता है, उसे पूरा किया जाता है। इसके बाद भी विभाग हमारे योगदान को नजर अंदाज कर रहा है। हमारे कर्मियों को बहुत ही अल्प मानदेय पर काम कराया जा रहा है। वहीं बक्सर से आई संजू कुमारी का कहना है कि वर्तमान में महिला कर्मियों के विशेष अवकाश को भी रद्द कर दिया गया है। जबकि नियमित महिला कर्मियों को अभी भी विशेषावकाश का लाभ दिया जा रहा है। 

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