बिहार में नई शिक्षक नियमावली का लगातार हो रहा विरोध, संघर्ष मोर्चा ने कहा बिना किसी परीक्षा के दें राज्य कर्मी का दर्जा
बिहार में नई शिक्षक नियमावली का विरोध लगातार हो रहा है। ऐसे में बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने आज शुक्रवार को पटना के IMA हॉल में नई शिक्षक नियमावली 2023 को लेकर विवाद एवं उससे नियोजित शिक्षकों को हो रहे समस्याओं पर शिक्षक महासम्मेलन का आयोजन किया। उन्होंने सरकार से मांग कि है की उन्हें बिना किसी परीक्षा के राज्य कर्मी का दर्जा मिले I अगर ऐसा नहीं होता है तो आने वाले 13 और 14 मई को सभी मंत्री के आवास का घेराव होगा। उसके बाद भी सरकार नहीं मानती है तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन होगा।
आपको बता दें इसको लेकर मारकंडे पाठक ने कहा कि बिहार सरकार जो नई नियमावली को लेकर आई है। उसमें दो बातें सामने आ रही हैं। पूर्व से जो नियोजित शिक्षक हैं जैसे कि सीटेट, बिटेट हैं उन्हें भी अब एक BPSC की परीक्षा देनी होगी, जिसके बाद वह राज्य कर्मी बन सकते हैं, और साथ ही जो वेतनमान है वह बहुत ही छोटा वेतनमान है। हमारी मांग है कि हमें बिना किसी शर्त बिना किसी परीक्षा के राज्य कर्मी का दर्जा दीजिए।
इस महासम्मेलन का यही उद्देश्य है कि बिहार में जो अलग-अलग शिक्षक संगठन है उन्हें एक किया जाए। आगे यहां से 13 और 14 मई को बिहार के मंत्रियों के आवास का घेराव करेंगे। इसके बाद 20 मई से लेकर 31 मई तक सभी जिलों में कन्वेंशन होंगे और जुलाई के पहले सप्ताह में हम लोग विधानसभा के समक्ष घेरा डालो, डेरा डालो अभियान का शुरुआत करेंगे। अगर इसके बाद भी सरकार हमारी बातों को नहीं मानती है तो हम लोग हड़ताल पर जाएंगे।