बिहार में नए शिक्षक बहाली नियमावली का क्यों हो रहा है विरोश, जानें
बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती को लेकर मंगलवार देर रात विज्ञापन जारी कर दिया। एक तरफ आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने कहा है कि दिसंबर तक इस भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। साल के अंत तक ज्वाइनिंग भी देने का हमारा लक्ष्य है। बता दें कि इस नए शिक्षक बहाली नियमावली का विरोध भी किया जा रहा है I
माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव और पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने विज्ञापन जारी होने के बाद उसमें बहुत सारी कमिया निकला है I उन्होंने मिडिया से बातचीत के दौरान कहा कि विधानमंडल के सत्र के दौरान करीब 4 लाख शिक्षक जो हैं वह घेराव करेंगे। सरकार पर दबाव बनाएंगे। सरकार को हमारी मांगों को माननी पड़ेगी। राज्य कर्मी का दर्जा देना पड़ेगा। शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि विज्ञापन आयोग की ओर से जल्दबाजी में निकाल गया है। इस विज्ञापन में कई त्रुटियां हैं, जिस पर शिक्षकों को आपत्ति है।
1.जो पुस्तकालय अध्यक्ष का पद था उसकी कोई चर्चा पूरे विज्ञापन में नहीं की गई है। हमारे यहां कार्यरत हैं पुस्तकालय अध्यक्ष। क्या सरकार जो विद्यालयों में लाखों रुपए की पुस्तकें पढ़ी हुई है उसको कबाड़ खाने में तब्दील करना चाहती है I
2. शारीरिक शिक्षा अनुदेशक के पद की भी कोई चर्चा विज्ञापन में नहीं की गई है। खेलकूद जो की महत्वपूर्ण है। शारीरिक शिक्षा अनुदेशक के पद सैकड़ों साल से विद्यालय और महाविद्यालय में भी हैं। उन्होंने सवाल उठाया है कि आपने इस विज्ञापन में इन पदों को क्यों नहीं सृजित किया है।
3. नई अध्यापक नियुक्ति नियमावली 2023 प्रकाशित की गई है। उसकी कंडिका 8 कहती है कि जो कार्यरत हैं पंचायती राज स्थानीय निकाय में शिक्षक वे नियुक्ति की प्रक्रिया के पात्र होंगे। लेकिन विभाग बाद में आवश्यकता पड़ने पर प्रक्रिया का निर्धारण करेगा।