शिक्षा के जगत में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर द्वारा दिए गए अनमोल उपहार “श्री श्री रविशंकर विद्या मंदिर”
निचले असम के बंगाईगांव जिले के अंतर्गत उत्तर शलमारा महकमा के देबदारु नगरी के रूप में विख्यात इतिहास प्रसिद्ध अभ्यापुरी शहर से लगभग पांच/ छै किलोमीटर दूर “आमतोला” नामक मनलुभावन स्थान पे स्थित असम के सर्वप्रथम श्री श्री रविशंकर विद्या मंदिर, शिक्षा जगत में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी द्वारा दिए गए एक ऐसा अनमोल उपहार है जिसका उद्देश्य सर्व सम्पुर्ण व्यक्ति सृष्टि करके समाज को एक नया आयाम प्रदान करना है। यह विद्यालय तथा इसकी शिक्षण पद्धति /प्रणाली भारत तथा विदेशों में SSRVM ब्रांड से प्रचलित है।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी विश्व मानवतावादी तथा आध्यात्मिक गुरु, जिनका मूल उद्देश्य है कि एक ऐसा समाज का निर्माण हो जो तनाव मुक्त, विकारग्रस्त रहित, शांति , सकारात्मक और स्वयंसंपूर्ण हो। “आमतोला” में स्थित ‘श्री श्री रविशंकर विद्या मंदिर’ नामक यह विद्यालय सन 2016 में गुरुदेव की प्रेरणा से कुल 32 बच्चों के साथ शुभारंभ की गई थी I परन्तु आज 400(चार सौ ) के करीब छात्र एवं छात्राएं SSRVM शिक्षण पद्धति से लाभान्वित हो रहे हैं। विद्यालय की पहली सीबीएसई बोर्ड परीक्षा का परिणाम सर्वोच्च 94% है और शत् प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए।
विद्यालय की गरिमा तथा सफलता की ऊंचाई रेखा को जारी रखने के लिए विद्यालय की चालिका शक्ति (शिक्षक शिक्षिकाओं) को समय-समय पर प्रशिक्षण तथा कर्मशालाओ की भूमिका उल्लेखनीय है। इस विद्यालय (SSRVM) में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं को श्री श्री रविशंकर विद्या मंदिर ट्रस्ट-बैंगलोर, सीबीएसई- नई दिल्ली, तथा राज्य सरकार की शिक्षक प्रशिक्षण संस्था द्वारा समय-समय पर वर्तमान समय अनुसार तथा वास्तव चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रशिक्षण तथा प्रयोगशालाओं की आयोजन किया जाता है। यह विद्यालय दो संस्था द्वारा परिचालित किया जाता है। विद्यालय की शिक्षा प्रणाली, बैंगलोर ट्रस्ट द्वारा तथा विद्यालय की अन्य व्यवस्थाओं को स्थानीय संस्था द्वारा देखभाल किया जाता है।
स्थानीय संस्था (AGES) श्रीमान रुद्र कुमार पाठक, सभापति (सामाजिक कार्यकर्ता तथा सफल उद्योगपति) डॉ सीमा छाउछारीया, सम्पादक (प्रध्यापक, बंगाईगांव पॉलिटेक्निक) श्रीमान खनिंद्र पाठक (प्रध्यापक, आईआईटी, खड़कपुर) श्रीमान रिकू छूतिया ( प्रध्यापक, तेजपूर केंद्रीय विश्वविद्यालय) सम्माननीया तमाल कुसुम देवी (रिटायर्ड टीचर), श्रीमान नवज्योति गोस्वामी (सफल व्यवसायिक), श्रीमान महेश कुमार पोद्दार (स्थानीय व्यवसायी ) द्वारा बनाई गई है। बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान करनेवाली इस बेहतरीन विद्यालय के स्थापन के शुरुयाती दौर से आज तक ढेरों संख्या में गणमान्य नागरिक तथा शिक्षा प्रेमियों के साथ साथ अभिवाक गण खुशी जाहिर करते हुए सदा उन्नति की कामना करते है।