बिहार के आलोक को मिली 1.75 करोड़ की फेलोशिप, किसान पिता ने कर्ज लेकर पढ़ाया था
बिहार के एक छोटे से गांव से निकलकर आलोक, अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी में PHD की पढ़ाई करेगा। आपको बता दें अरवल जिले के बिथरा गांव के रहने वाले आलोक कुमार को 1.75 करोड़ की फैलोशिप मिली है। वह यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन में PHD की पढ़ाई करेंगे। खास बात यह है कि आलोक को बीटेक के बाद सीधा PHD करने का मौका मिल रहा है।
बीटेक में अच्छे रिजल्ट और उनके द्वारा किए गए कई शोध कार्य के कारण उनका चयन सीधा PHD के लिए हो गया है।आलोक बहुत खुश हैं कि उन्हें 1.75 करोड़ की फैलोशिप मिली है। उनका कहना है कि जब आप मेहनत करें और मेहनत रंग लाए तो उससे बड़ी खुशी की बात और कुछ नहीं होती है। आलोक के पिता एक किसान हैं और मां एक आंगनवाड़ी सेविका है। आलोक अपने पांच भाई बहनों में सबसे बड़े हैं। उन्हें काफी आर्थिक कठिनाइयों से जूझना पड़ा।
इस फेलोशिप के लिए उनका चयन बीटेक के दौरान हुआ। उन्होंने राजीव गांधी इंस्टीट्यूट आफ पैट्रोलियम टेक्नोलॉजी से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। इस बीच उन्होंने अपना रिसर्च प्रोफाइल बनाया। दो जर्नल और तीन रिसर्च रिव्यू आर्टिकल भी लिखे। इस आधार पर उनके यूनिवर्सिटी ने उन्हें एनालाइज किया और अमेरिका के कुछ यूनिवर्सिटीज से उन्हें PHD के लिए ऑफर आए, जिसमें से उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ हयूस्टन को केमिकल इंजीनियरिंग से PHD करने के लिए चुना। बता दें कि अलोक को यह 1.75 करोड़ की फैलोशिप एक ही बार में नहीं मिल जाएगी, बल्कि यह फेलोशिप उन्हें हर महीने चार साल तक मिलेगी। उन्हें पीएचडी की पढ़ाई के दौरान लगभग 2.50 लाख रूपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति के साथ प्रेसिडेंशियल फेलोशिप और फ्री ट्यूशन का लाभ भी मिलेगा।