पढ़ाई के नाम पर मजदूरी करने जा रहे थे इंदौर 22 बच्चों को पटना जंक्शन से कराया गया मुक्त, 3 तस्कर गिरफ्तार
पटना जंक्शन पर बाल तस्कर को रोकने के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। चेकिंग के दौरान गाड़ी स० 19322 (पटना इंदौर एक्स0) के सामान्य कोच में 15-20 नाबालिग बच्चे दिखे। सभी बच्चों से पूछताछ की गई। बच्चों ने बताया कि 3 लोग हमे ले जा रहे हैं। बच्चों के कहने पर 3 व्यक्तियों को चिह्नित किया गया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि गाड़ी स० 19322 (पटना इंदौर एक्स0) से कुछ बच्चों को बाल मजदूरी के लिए इंदौर ले जाया जा रहा है। RPF के सब इंस्पेक्टर मनीष कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने साधारण बोगी से 22 बच्चों को बरामद किया। पुलिस के पूछताछ में बच्चों ने बताया की हम मदरसा में पढ़ने इंदौर जा रहें हैं। लेकिन, थोड़ी देर में ही बच्चों ने बताया कि हमलोग अपने ठेकेदार के साथ बैग फैक्ट्री में काम करने के लिए इंदौर जा रहे हैं।
उसके बाद पुलिस ने बच्चों से पूछा कि कौन लेकर जा रहा है I इस पर बच्चों ने 3 लोगों कि पहचान करवाई I उन तीनों को पकड़ने के लिए पुलिस जैसे उनके पास गई, वो भागने लगे। पुलिस ने घेर कर उन्हें पकड़ लिया । सभी को आरपीएफ पोस्ट पर ले आई। पूछताछ के बाद सभी बच्चों को ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ संस्थान के हवाले कर दिया। तीनों तस्करों को जेल भेज दिया गया है। पटना जंक्शन प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार ने बताया कि सभी बच्चे पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के रहने वाले हैं। इन सभी बच्चों को मदरसा में पढ़ने के आड़ में फैक्ट्री में काम कराने ले जा रहे थे। बचपन बचाओ आंदोलन संस्थान के माध्यम से हमे जानकारी मिली। जिसके बाद एक टीम गठित कर उक्त बोगी की तलाशी के दौरान इन सभी बच्चों को मुक्त कराया I